नई दिल्ली। अमेरिका में एक बड़े काॅल सेंटर घोटाले का खुलासा हुआ है। बड़ी बात यह है कि इसमें करीब 20 भारतीय मूल के लोगों को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है। सजा पूरी होने के बाद इन सभी लोगों को भारत वापस भेज दिया जाएगा। अमेरिका के अटाॅनी जनरल ने इसे धोखाधड़ी के खिलाफ एक बड़ी जीत बताया है। ऐसा कहा जा रहा है कि ये लोग काॅल सेंटर की धोखाधड़ी में शामिल थे और अमेरिकी बुजुर्गों और नौजवानों को आर्थिक लाभ की योजनाएं बताकर उनसे लाखों डाॅलर ऐंठते थे।
गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार अपने नागरिकों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचने की सलाह देती रहती है लेकिन इसके बावजूद काॅल सेंटरों ने फोन धोखाधड़ी कर लोगों से काफी पैसे ठगे हैं। इस तरह के कॉल सेंटर्स को भी बंद किया जा रहा है और जो भी इसमें दोषी पाए जा रहे हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जा रही है। अभियोजन पक्ष का कहना है कि भारतीय कॉल सेंटरों ने बुजुर्गों और कानूनी आप्रवासियों सहित मुख्य रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को धोखा देने के लिए विभिन्न टेलीफोन धोखाधड़ी योजनाओं का इस्तेमाल किया। डाटा ब्रोकर और अन्य स्रोतों से जानकारी प्राप्त कर कॉल सेंटर संचालक अमेरिकी लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। काॅल सेंटरों के द्वारा टेलीफ्राॅड के मामले पर इसी हफ्ते सुनवाई करते हुए अमेरिकी अदालत ने एक बड़ा फैसला लिया है।
ये भी पढ़ें - पिछली सरकार घड़ियाली आंसू बहाती रही, हमने बंद कारखानों को चालू करने का बीड़ा उठाया हैः प्रधानमं...
यहां बता दें कि अमेरिका के लोगों से धोखाधड़ी में दोषी पाए गए कुल 21 लोगों को सजा सुनाई गई है। बताया जा रहा है कि इसमें से ज्यादातर भारतीय मूल के हैं और इन्हें 4 से 20 साल की सजा सुनाई गई है। सजा पूरी होने के बाद इन सभी लोगों को भारत वापस भेज दिया जाएगा।