नई दिल्ली। पिछली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को एक बड़ा ऐलान किया है। केजरीवाल ने कहा कि इस बार वे लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे और दिल्ली पर ही फोकस करेंगे। बता दें कि बनारस से चुनाव लड़ने पर केजरीवाल को विपक्षी नेताओं ने उन्हें भगोड़ा तक करार दिया था। फतेहाबाद में उन्होंने पराली जलाने के लिए किसानों के बजाय भाजपा और पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि वे पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के चक्कर काटकर थक चुके हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला।
गौरतलब है कि साल 2014 में अरविंद केजरीवाल नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़े थे और हार गए थे। इसके बाद विपक्षी दलों ने उनकी कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें भगोड़ा तक करार दिया था। इसके बाद इस बार उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है।
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यहां बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने इस पर दिल्ली की समस्याओं पर ही अपना ध्यान केंद्रित करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल पराली जलाने के चलते हो रहा प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। केजरीवाल ने पराली जलाने के लिए किसानों के बजाय राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के निदान के लिए वे केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन से लेकर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन इसका कोई हल नहीं निकल सका।