नई दिल्ली। चेन्नई से पटना जा रही गंगा-कावेरी एक्सप्रेस ट्रेन में डकैतों ने देर रात बड़ी लूट को अंजाम दिया है। डकैतों ने विरोध करने वाले कई यात्रियों को चाकू मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया। खबरों के अनुसार डकैतों ने ट्रेन को आउटर पर रोककर एस 3 से लेकर एस 9 कोच में यात्रियों के सभी सामानों के साथ नकदी और जेवर भी लूट लिए। घटना को अंजाम देने के बाद वे घने जंगलों में भाग गए। फिलहाल पुलिस के द्वारा सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा है और सभी घायलों को इलाहाबाद के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
गौरतलब है कि गंगा-कावेरी एक्सप्रेस (12669) रविवार की शाम को चेन्नई से पटना के लिए चली थी। ट्रेन मानिकपुर जंक्शन से रात 1 बजकर 5 मिनट पर इलाहाबाद के लिए रवाना हुई। एक स्टेशन के पार करते ही डकैतों ने रात के करीब डेढ़ बजे आउटर पर चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया और ट्रेन के रुकते ही ड़कैतों ने असलहे, चाकू एवं छूरा लहराते हुए बोगियों में लूटपाट शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि करीब 15 डकैतों ने एस 3 से लेकर एस 9 कोच में भारी लूटपाट की और यात्रियों के सामान, नकदी और महिलाओं के जेवर लूटने के बाद जंगलों में फरार हो गए।
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यहां बता दें कि घटना की जानकारी मिलते ही डीआईजी चित्रकूटधाम रेंज मनोज तिवारी एवं एसपी मनोज कुमार झा भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और डकैतों की तलाश में सर्च आॅपरेशन शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 3 बजे ट्रेन को इलाहाबाद के लिए रवाना किया गया। सभी घायलों को भी इलाहाबाद पहुंचने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस की ओर से कहा गया कि डकैतों ने घटना को अंजाम देने के लिए 7 बार चेन पुलिंग की। 6 बार उसे सहायक चालक ने ठीक किया लेकिन डकैतों का हमला होने की जानकारी मिलने के बाद वे भी चुपचाप बैठ गए, यहां तक की यात्रियों की सुरक्षा के लिए चलने वाले जीआरपी के जवान भी डकैतों के डर से मौके पर नहीं पहुंचे। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी कई बार इस इलाके में डकैतों ने यात्रियों से लूटपाट कर घने जंगलों में भाग निकले हैं।