बंगलुरु। हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को हवाई जहाज में चढ़ने से पहले तक कई तरह की कागजी कार्रवाई करनी पड़ती है। अब सरकार कागजी कार्रवाई का इस्तेमाल कम करने जा रही है। बंगलुरु का एयरपोर्ट देश का पहला ऐसा एयरपोर्ट होगा जहां यात्रियों को आधार कार्ड के जरिए प्रवेश दिया जाएगा और बोर्डिंग पास भी इसी से मिलने लगेगा। इससे उन्हें किसी और डॉक्यूमेंट्स को साथ ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकी शुरुआत दिसंबर 2018 से होगी।
आधार बेस्ड एंट्री
गौरतलब है कि यात्रियों को एंट्री की हर स्टेज पर स्टैंपिंग प्रोसेस का सामना करना पड़ता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया हवाई यात्रा को डिजिटल बनाने की योजना बना रहा है। देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स भी इस प्रोसेस की शुरुआत करेंगे। बंगलुरु के बाद अगला नंबर हैदराबाद एयरपोर्ट का होगा। नए साल में दो महीने के प्रोजेक्ट के बाद बंगलुरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) ने केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को आधार बेस्ड सिस्टम से एंट्री और विमान में चढ़ने से पहले बोर्डिंग पास देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके बाद यात्रियों को हर जगह अपनी पहचान बतानी नहीं पड़ेगी।
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10 मिनट में बोर्डिंग
बंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने कहा है कि आधार बेस्ड सिस्टम से प्रवेश देने का काम शुरू होने से यात्रियों की एंट्री से लेकर बोर्डिंग तक में सिर्फ 10 मिनट का समय लगेगा। फिलहाल यात्रियों को एंट्री से लेकर बोर्डिंग प्रक्रिया को पूरा करने में करीब आधा घंटे से ज्यादा का समय लगता है।
कागजी कार्रवाई कम करना मकसद
आपको बता दें कि केन्द्र सरकार जल्द ही इस प्रक्रिया में पूरे देश में शुरू करने की योजना बना रही है। इस प्रक्रिया को शुरू करने का मकसद दस्तावेजों के चेकिंग की जटिल प्रक्रिया से निजात दिलाने के लिए बायोमेट्रिक एंट्री का प्लान बनाया जा रहा है। बता दें कि सरकार एयरपोर्ट पर पहले से ही एंट्री के लिए मोबाइल के इस्तेमाल पर जोर दे रही है, जिससे कागजी प्रक्रिया के बजाय मोबाइल से वो काम निपटाए जा सकें। अब नई प्रक्रिया के तहत टिकट बुकिंग के समय इस्तेमाल किए गए आधार कार्ड की मदद से बायोमेट्रिक एंट्री की जा सकेगी।