Friday, April 19, 2024

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महिला ने घर में शौचालय न होने पर लिया तलाक, अदालत ने कहा मानसिक क्रूरता

अंग्वाल संवाददाता
महिला ने घर में शौचालय न होने पर लिया तलाक, अदालत ने कहा मानसिक क्रूरता

जयपुर। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘टॉयलेट  एक प्रेम कथा’ में भारत में शौच को लेकर गंभीर समस्या को उजागर किया है। जिसमें हीरो की पत्नी घर में शौचालय न होने पर विरोध करते हुए पति से तलाक लेने के लिए कोर्ट में अर्जी देती है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के भीलवाड़ा में एक महिला ने घर में शौचालय ने होने पर अपने पति से तलाक ले लिया है। पीड़िता ने घर में शौचालय न होने पर परिवार से शिकायत की और खुले में शौच के लिए जाने का विरोध किया। महिला के वकील ने बताया कि, पीड़िता की शादी 2011 में हुई थी, लेकिन सुसराल में शौचालय नहीं होने से उसे खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था। इस शर्मिंदगी के कारण पत्नी ने अपने पति से शौचालय बनवाने के लिए कहा। पति ने शौचालय नहीं बनवाया तो 20 अक्टूबर 2015 को भीलवाड़ा के पारिवारिक न्यायलय में पीड़िता ने तलाक याचिका दर्ज कर दी। अदालत ने महिला की तालाक की अर्जी को कबूल करते हुए भारत में शौच को मानसिक क्रूरता और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ बताया है। 

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खुले में शौच करने पर जेल में बंद

ऐसा ही एक और मामला भी भिलवाड़ा से सामने आया है। भीलवाड़ा के जहाजपुर गांव के एसडीएम करतार सिंह ने लोगों को खुले में शौच करते देखा तो पहले उन्हें समझाया लेकिन लोगों ने उनकी बात नहीं मानी तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने छह घंटे तक उन अपराधियों को बंद रखा और उन पर 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। साथ ही पुलिस ने उन्हें इस चेतावनी और वादे के साथ छोड़ा कि वह 10 दिन के अंदर अपने घर में शौचालय बन बनवाएंगे।  

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