नई दिल्ली। सड़कों पर लगातार बढ़ती गाड़ियों की वजह से हर तरफ जाम का नजारा आम हो गया है। ऐसे में कंपनियां ऐसी गाड़ियों के निर्माण में जुटी है जो इन जाम में भी बिना रुके चल सके। हम बात कर रहे हैं उड़ने वाली कार की। स्वीडेन की कंपनी वाॅल्वो की सहायक कंपनी गीली आॅटो ने उड़ने वाली कार बनाने वाली कंपनी टेराफ्यूजिया को खरीद लिया है। कंपनी का दावा है कि साल 2019 तक वह बाजार में इस कार को लाॅन्च कर देगी।
2019 में होगी लाॅन्च
गौरतलब है कि टेराफ्यूजिया टीएफ-एक्स और ट्रांजिशन के नाम से उड़ने वाली कार बनाती है। अब इसे स्वीडिश कंपनी वाॅल्वो की सहायक कंपनी गीली आॅटो ने टीएफ-एक्स और ट्रांजिशन को बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेराफ्यूजिया को खरीद लिया है। कंपनी ने यह दावा किया है कि 2019 में इस कार को बाजार में लाॅन्च कर देगी। अगर ऐसा होता है तो कुछ लोगों को ही सही जाम से निजात मिल जाएगी।
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स्पोर्टस लाइसेंस जरूरी
आपको बता दें कि टेराफ्यूजिया ने ट्रांजिशन के नाम से उड़ने वाली कार का निर्माण कर लिया है और इसका परीक्षण चल रहा है। इसे 2009 में पेश किया जा चुका है। ट्रांजिशन को पिछले साल फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से लाइट स्पोर्ट एयरक्राफ्ट का लाइसेंस भी मिल चुका है। इसे चलाने के लिए स्पोट्र्स पायलट सर्टिफिकेट जरूरी है और इसके लिए 20 घंटे का प्रशिक्षण लेना होता है। वहीं इस कार में दो इंजन लगे हैं जिसकी वजह से यह सड़कों से सीधे हवा में उड़ने में सक्षम है। टीएफ-एक्स कार की कीमत 3 लाख डॉलर होगी। कार को ऑटो पायलट प्रणाली के जरिये उड़ाया जा सकेगा और इसे बनने में करीब आठ साल लगेंगे।