जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की पहले नजबंदी और बाद में उसे एंटी टेरेरिस्ट एक्ट की सूची में डालने के बाद पाकिस्तान में कई तरह की बातें चर्चाओं में हैं। इस बीच म्यूनिख में आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपनी सरकार के इस कदम को सही ठहराते हुए कहा है कि हाफिज सईद समाज के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि पाक सरकार ने यह फैसला उनकी आवाम के हितों को देखते हुए लिया है।
आवाम के लिए बन गया था खतरा
बहरहाल, म्यूनिख में रक्षा सम्मेलन से पहले पाकिस्तानी रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ से जब उनकी सरकार द्वारा आतंकी हाफिज सईद पर कार्रवाई की बाबत पूछा गया तो उन्होंने अपनी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद समाज के लिए खतरा बन गया है। उन्होंने कहा कि देश के हित में सरकार ने यह फैसला लिया है।
आतंकवाद को धर्म से न जोड़ने की अपील
अमेरिका के साथ भारतीय दबाव कारगर साबित होता दिखा तो पाकिस्तान सरकार की बोली भी बदल गई है। रक्षा मंत्री आसिफ ने इस दौरान कहा कि आतंकवाद को धर्म से जोड़कर न देखा जाए। आतंकवादी किसी धर्म से जुड़ा हुआ नहीं होता है, आतंकवादी हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध, ईसाई नहीं होता वह तो वह आतंकवादी होता है।
पिछले दिनों किया था नजरबंद
बता दें कि जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद को पिछले दिनों सरकार ने नजरबंद कर दिया था। उस दौरान कहा जा रहा था कि पाक सरकार ने यह कार्रवाई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस्लामिक देशों को बरती जा रही सख्ती और मोदी सरकार की दोस्ती के चलते लिया है। हालांकि नजरबंदी के दौरान भी हाफिज सईद अपने संदेश अपने लोगों तक पहुंचाता रहा। इसके बाद खबर आई कि मुंबई हमलों का यह गुनहगार पाकिस्तान में एक राजनीतिक पार्टी के गठन की जुगत में है। इसके लिए उसने अपने लोगों को चुनाव आयोग के कार्यालय भी भेजा था। इसके बाद आई खबर ने सबको चौंका दिया। खबर आई कि पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद को एंटी टेरेरिस्ट एक्ट की सूची में डाल दिया। इस सूची में सईद को डालने का मतलब बताया गया कि पाकिस्तान सरकार ने अब हाफिज सईद आतंकी मान लिया है।