नई दिल्ली । पाकिस्तान में इन दिनों देश के इकलोते सिख पुलिस अफसर गुलाब सिंह सुर्खियों में हैं। पिछले दिनों वह अपने घर से बेघर किए जाने के मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया में नजर आए थे। इस सब के बाद अब पाकिस्तान सरकार ने अपने इकलोते सिख अफसर को उसके पद से भी बर्खास्त कर दिया है। गुलाब सिंह शाहीन पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने घर को लेकर हुई कार्रवाई का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर तक उठाते हुए सहानुभूति पाने की साजिश रची। साथ ही पाकिस्तान सरकार ने कहा कि उन्होंने उस मकान पर जबरन कब्जा किया हुआ था, जिसे वो खाली करने को राजी नहीं थे।
जांच अधिकारियों ने लगाए ये आरोप
बता दें कि पाकिस्तान के एकमात्र सिख अफसर को पिछले दिनों उनके घर से धक्का देकर निकाल दिया गया था। इसके बाद अब उन्हें उनकी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ गया है। वह पाकिस्तान में ट्रैफिक पुलिस का कार्यभार देख रहे थे। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, उनपर जांच अधिकारियों ने आरोप लगाए हैं कि गुलाब सिंह एक घर पर गौरकानूनी तरीके से रह रहा था। इतना ही नहीं वह बिना किसी सूचना के 3 माह से नौकरी से गायब था। गुलाब सिंह ने नौकरी से समय में जो दस्तावेज जमा किए थे वो दस्तावेज भी जांच में फर्जी पाए गए हैं।
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जानिए क्या बोले गुलाब सिंह
अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए गुलाब सिंह का कहना है कि पुलिस अधिकारियों ने पाकिस्तान सरकार के इशारे पर यह सब साजिश रची है। उन्होंने नौकरी से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि उन्होंने अपने घर से निकाले जाने की आवाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाई थी। उनके दस्तावेजों के फर्जी होने की बात भी फर्जी है। उन्होंने कोई फर्जी दस्तावेज जमा नहीं किया था।
क्या हुआ था गुलाब सिंह के साथ
असल में गत 10 जुलाई को कुछ अधिकारियों ने लाहौर में स्थानीय पुलिस के साथ ट्रैफिक पुलिस का कार्यभार संभालने वाले गुलाब सिंह के घर में प्रवेश किया और उनके घर का सामान सड़क पर फेंक दिया। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सिख समुदाय से इंसाफ की गुहार लगाई थी। गुलाब सिंह का आरोप है कि उसके ही विभाग के लोगों ने उसकी पगड़ी खिंची और धक्के देकर घर से बाहर कर दिया। इसके बाद घर पर ताला जड़ दिया।
क्या कहा था वीडियो में ...
इस घटना के बाद गुलाब सिंह ने अपना एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने कहा, 'मैं गुलाब सिंह ट्रैफिक वॉर्डन, मैं पाकिस्तान का पहला सिख पुलिस अफसर हूं। मेरे साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है जैसा चोरों-डाकुओं के साथ किया जाता है। मुझे मेरे घर से घसीटकर बाहर निकाला गया और मेरे घर में ताले लगा दिए गए। तारिक वजीर जोकि अडिशनल सेक्रटरी हैं और तारा सिंह जोकि पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के भूतपूर्व प्रधान हैं, उन्होंने कुछ लोगों को खुश करने के लिए यह काम किया है। अदालत में मेरे केस भी चल रहे हैं। इस पूरे गांव में सिर्फ मुझे ही निशाना बनाया जा रहा है और मेरा घर खाली करवाया गया। आप देख सकते हैं मेरे सिर पर पगड़ी भी नहीं है। वे मेरी पगड़ी भी छीनकर ले गए और उन्होंने केश भी खींचे हैं। मैं आप लोगों से अनुरोध करता हूं कि मेरी ज्यादा से ज्यादा मदद करें और इस वीडियो को भी शेयर करें और पूरी दुनिया को यह बताएं कि पाकिस्तान में सिखों के साथ क्या जुल्म और ज्यादती हो रही है।
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