नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 के अंत में नोटबंदी का जो झटका देशवासियों को दिया, उस संकट से अब देशवासी निकल ही रहे थे कि एक बार फिर देश में नोटबंदी की खबरों को लेकर खबरें जा रही हैं। सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि हाल में बैंकों में कैश की कमी का मुख्य कारण सरकार द्वारा 2000 रुपये के नोट को बंद करने का फैसला है। इसके बाद सरकार अब 1000 के नए नोट जारी करेगी। इस बातों को उस समय और बल मिला, जब सरकार की ओर से बयान आया कि वह 500 के नए नोट बड़ी मात्रा में छापने जा रही है। बहरहाल, इस खबर के बारे में जब आरबीआई और बैंकिंग सेक्टर के जानकारों से पूछा गया तो उन्होंने इन खबरों को अफवाह करार दिया है। आरबीआई ने भी साफ कर दिया है कि RBI दो हजार रुपये के नोट बंद करने की बातें मात्र अफवाह है, न ही हम एक हजार रुपये के नए नोट छापने जा रहे हैं।
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बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर खबरें हैं कि सरकार एक बार फिर से देश में नोटबंदी करने जा रही है। इस बार सरकार बाजार से सभी 2000 के नोट को वापस लेने की तैयारी में जुट गई है। यही कारण है कि बाजार में नकदी की कमी हो गई है। बैंकों के एटीएम सेंटरों में भी इसी के चलते नकदी नहीं है। सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि सरकार एक बार फिर से दो हजार का नोट बंद कर देगी और उसकी जगह 1000 रुपये का नोट बाजार में उतारेगी। इतना ही नहीं सरकार बाजार में 500 रुपये के नोटों की संख्या भी बढ़ाएगी।
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इस सब पर आरबीआई के अफसरों ने साफ कर दिया है कि दो हजार रुपये के नोट बंद करने की जो खबरें सोशल मीडिया पर चल रही हैं , वो पूरी तरह से निराधार हैं। RBI 2000 रुपये के नोटों को बंद करने की कोई रणनीति नहीं बना रही है। न ही रिजर्व बैंक 1000 रुपये के नए नोट छापने की कोई योजना बना रही है। सोशल मीडिया में चल रही सभी खबरें कोरी अफवाह हैं। जनता इन पर ध्यान न दें।
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