लखनऊ। राज्य में निकाय चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद होने वाली राजनीतिक गतिविधियों पर राज्य निर्वाचन आयोग ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके तहत कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की 5 नवंबर को लखनऊ में होने वाली रैली पर रोक लगा दी है। अखबारों में छपी खबरों पर संज्ञान लेते हुए राज्य निर्वाचन चुनाव आयुक्त एसके अग्रवाल ने जिलाधिकारी को भी आड़े हाथों लेते हुए आचार संहिता लागू होने के बाद भी रैली की प्रशासनिक अनुमति वापस न लिए जाने पर सख्त हिदायत भी दी है।
मतदान से 2 दिन पहले ठेके होंगे बंद
मतदान में गड़बड़ी न हो इसके मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने आबकारी विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिस जिले में चुनाव होगा वहां मतदान से 48 घंटे पहले सभी लाइसेंसी देसी, अंग्रेजी शराब, बीयर एवं भांग की दुकानों और माॅडल शाॅप बंद करवा दिए जाएं। ये सभी दुकानें मतदान समाप्त होने के बाद खुलेंगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक त्रिवेदी, आबकारी आयुक्त धीरज साहू और एडीजी लॉ एण्ड आर्डर आनंद कुमार के साथ बैठक करने के बाद कहा कि मतगणना के 1 दिन पहले भी सभी प्रकार की शराब की दुकानें बंद करवा दी जाएंगी।
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सुरक्षा व्यवस्था होगी कड़ी
यहां बता दें कि राज्य निर्वाचन आयोग ने सीमावर्ती राज्यों से शराब की खेप यहां न पहुंचे इसके लिए सीमांत जिलों में पुलिस एवं आबकारी विभाग के संयुक्त दस्ते तैनात किए जाएंगे। इन दस्तों की तैनाती 10 नवंबर से एक दिसंबर तक रहेगी ताकि पड़ोसी राज्यों खासतौर पर हरियाणा से अवैध शराब की तस्करी न हो सके। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चुनाव प्रचार खत्म होने के फौरन बाद जिले की सभी सीमाएं सील कर दी जाएंगी। बाहर से आने वालों से पूछताछ होगी और उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।