नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद और साधु समाज की ओर से संसद में अध्यादेश लाने की मांग की जा रही है। इस बीच भाजपा की नेता उमा भारती ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण सिर्फ भाजपा की बपौती नहीं है। इसके लिए उन्होंने समाजवादी पार्टी, बसपा, अकाली दल, ओवैसी और आजम खान को भी साथ आने की अपील की है। गौर करने वाली बात है कि फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और 19 जनवरी 2019 के बाद इसकी सुनवाई शुरू होगी। विश्व हिंदू परिषद ने तो कोर्ट के फैसले से पहले ही इस बात का ऐलान कर दिया है कि राम जन्मभूमि का बंटवारा किसी भी हालत में मंजूर नहीं किया जाएगा और मस्जिद के लिए एक इंच भी जमीन नहीं दी जाएगी।
गौरतलब है कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर शनिवार को अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि मंदिर को चुनावी मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने भाजपा पर तंज करते हुए कहा था कि हिन्दुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना करें। उन्होंने कहा कि दिन, साल और पीढ़ियां बीतती जा रही हैं लेकिन राम लला का मंदिर नहीं बन रहा है। उद्धव ठाकरे ने भाजपा से मंदिर निर्माण की तारीख बताने की भी मांग की थी। उन्होंने भाजपा से पूछा कि चुनाव प्रचार के दौरान कहा जा रहा था कि संविधान के दायरे में रहकर इसके उपाय को तलाशा जाएगा। पिछले 4 साल में कितनी संभावना तलाशी गई?
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यहां बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की नेता उमा भारती ने शिवसेना प्रमुख के बयान की तारीफ करते हुए कहा कि अयोध्या मंे राम मंदिर का निर्माण अकेले भाजपा की बपौती नहीं है। इसके लिए सभी पार्टियों और नेताओं को साथ आना चाहिए। आपको बता दें कि शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि उनकी पार्टी हमेशा से हिन्दुत्व के साथ रही है और आगे भी रहेगी। सरकार से उन्होंने कहा कि चाहे कानून लाइए या अध्यादेश, लेकिन मंदिर अवश्य बनाइए।