नई दिल्ली। एशियाई फुटबाॅल परिसंघ (एएफसी) ने इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) को आखिरकार आधिकारिक मान्यता प्रदान कर दी, जिसका मतलब है कि देश में 2017/18 से दो राष्ट्रीय लीग होंगी। आईएसएल की इस फ्रेंचाइजी आधारित लीग को पहले तीन वर्षों में एएफसी की मान्यता हासिल नहीं थी और पिछले कुछ समय से इसके लिए कोशिश की जा रही थी। एएफसी ने अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) के प्रस्ताव पर मंजूरी दी।
चैंपियंस लीग में खेलने का हकदार
गौरतलब है कि एआईएफएफ के अधिकारियों ने बताया कि एशियाई फुटबाॅल परिसंघ ने संघ को एक पत्र भेजा है जिसमें उसके सचिव दातो विंडसर के हस्ताक्षर किए हुए हैं। अब आईलीग का जो विजेता होगा वह एएफसी चैंपियंस लीग क्वालीफायर में हिस्सा लेगा, जबकि अगला आईएसएल चैंपियन एएफसी कप क्वालीफाइंग में भाग लेने का हकदार होगा।
बंगलुरु एफसी के लिए अच्छी खबर
अगर 2017/18 का आईलीग विजेता क्वालीफाई करने में नाकाम रहता है और उसे महाद्वीप के दूसरे स्तर के टूर्नामेंट एएफसी कप में अपने आप प्रवेश मिल जाएगा। हालांकि एएफसी ने स्पष्ट कर दिया है कि यह व्यवस्था अस्थायी है और हितधारकों को इस पर लंबी अवधि की योजना बनानी होगी। एएफसी से मान्यता मिलने की खबर बंगलुरु एफसी के लिए काफी अच्छी है। फिलहाल वही एकमात्र भारतीय क्लब है जो एएफसी कप प्रतियोगिता के प्रति गंभीर दिखाई दे रही है। पिछले साल उपविजेता रहा बंगलुरु एफसी ने इस बार क्षेत्रीय सेमीफाइनल में जगह बनाई है। वह अगस्त और सितंबर में कोरियाई क्लब के खिलाफ स्वदेश और विदेश दोनों के आधार पर मैच खेलेगा।