वेलिंगटन । पाकिस्तान की छवि दुनिया के असुरक्षित देशों के रूप में होने लगी है। यही कारण है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने 15 साल बाद पाकिस्तान के अपने दौरे को बहाल करने के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुरोध को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए खारिज कर दिया है। असल में अब न्यूजीलैंड आगामी अक्तूबर में पाकिस्तान के साथ UAE ( संयुक्त अरब अमीरात ) में टेस्ट , वनडे और टी-20 मैच खेलेगी। पाकिस्तान ने इस सीरीज को लेकर न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड से पूछा था कि क्या वो यह सीरीज पाकिस्तान में खेल सकती है। न्यूजीलैंड ने इस आवेदन को सुरक्षा का हवाला देते हुए सिरे से खारिज कर दिया है।
हालात अनुकूल नहीं - न्यूजीलैंड
इस दौरे को लेकर न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष ग्रेग बॉर्कल का कहना है कि मौजूदा समय में पाकिस्तान में हालात अच्छे नहीं है। सुरक्षा कारणों के चलते पहले भी हमने कई बार पाकिस्तान के दौरे को खारिज कर दिया है। हमें मिली सुरक्षा रिपोर्ट को हमें मानना ही होता है, जो हमें बताती है कि सुरक्षा के लिए लिहाज से पाकिस्तान अभी सुरक्षित नहीं है।
पाकिस्तान निराश , लेकिन हमें समझें
इस फैसले पर बार्केल ने कहा कि हमें पता है हमारे इस फैसले से पाकिस्तान काफी निराश हुआ है। वहां के क्रिकेट प्रेमी दोनों देशों के बीच शानदार मुकाबलों से महरूम रहेंगे, लेकिन हमें सुरक्षा रिपोर्ट में जिस तरह की नसीहत मिली है, हम उससे बाहर नहीं जा सकते । न्यूजीलैंड अगर पाकिस्तान में खेल सकती तो वहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली का रास्ता बन पाता। लेकिन मुझे आशा है कि पाकिस्तान के लोग हमारी समस्या को समझेंगे। हमारे फैसले का स्वागत भी करेंगे।
पाक में नहीं खेलती कई टीमें
बता दें कि वर्ष 2009 में पाकिस्तान गई श्रीलंकाई टीम पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ी घायल भी हुए थे। इस हमले के बाद कई टीमों ने पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया था लेकिन 2015 में जिंबाब्वे ने वहां जाने का फैसला लिया था। हालांकि उनका अनुभव भी काफी खराब रहा, जब गद्दाफी स्टेडियम में ब्लास्ट हो गया।