नई दिल्ली । भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए दूसरे टी-20 मैच के बाद भारत और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी आपस में 'भिड़' गए थे। टी-20 सीरीज के अंतिम और निर्णायक मैच में 'लड़ाई' मैदान पर नहीं बल्कि फ्लाइट में हुई। ये 'लड़ाई' फ्लाइट में भारत-न्यूजीलैंड के दो स्पिन गेंदबाजों के बीच हुई, जिसमें हाथों का इस्तेमाल तो हुआ लेकिन दूसरे अंदाज में। भिड़ंत भी मैदान पर नहीं बल्कि एक टेबल पर हुई, जिसपर शतरंत की बिसात बिछी थी। ...जी हां, फ्लाइट में ये भिड़ंत हुई भारतीय स्पिनर और भारत में शतरंत के नेशनल खिलाड़ी रह चुके यजुवेंद्र चहल और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ईश सोढ़ी के बीच। हालांकि इस चुनौती में भी चहल ने न्यूजीलैंड के खिलाड़ी को 2-0 से मात दे डाली।
असल में यह पूरा मामला राजकोट में खेले गए दूसरे टी-20 के बाद का है। दोनों टीमें तीसरा टी-20 खेलने तिरुवनंतपुरम के लिए रवाना हो रही थीं। फ्लाइट में भारत और कीवी खिलाड़ी एक साथ बैठे थे। भारतीय स्पिनर यजुवेंद्र चहल और कीवी स्पिनर ईश सोढ़ी अगल-बगल बैठे थे।
बातों-बातों में सोढ़ी ने चहल को चेस खेलने का चैलेंज दे दिया। बस फिर क्या था तुरंत ही चेस मंगवाया गया और दोनों खिलाड़ी बैठ गए आमने-सामने। दोनों के बीच दो गेम हुए और दोनों ही बार जीत भारत के खाते में आई। चहल ने सोढ़ी को बड़ी आसानी से हरा दिया।
बता दें, चहल जूनियर चेस चैम्पियन रह चुके हैं। चहल अंडर-12 वर्ग में नेशनल चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने कोझिकोड में एशियन यूथ चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था और यूनान में वर्ल्ड यूथ शतरंज चैंपियनशिप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
लेकिन पैसों की तंगी के कारण चहल को चेस छोड़ना पड़ा। उस वक्त हर साल चहल को 50 लाख रुपयों की जरूरत थी। लेकिन कोई स्पॉन्सर न मिलने के कारण उन्होंने चेस छोड़ क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। शतरंज छोड़ने के बावजूद उसमें महारत अभी भी रखते हैं।