देहरादून। न्यूजीलैंड में चल रहे अंडर -19 विश्वकप में भारत ने आॅस्ट्रेलिया को 100 रनों से मात दी है। भारत की इस जीत में उत्तराखंड के बागेश्वर इलाके के रहने वाले तेज गेंदबाज कमलेश नगरकोटी का अहम योगदान रहा है। कमलेश की रफ्तार ने क्रिकेट के बड़े दिग्गजों को हैरान कर दिया है। बता दें कि कमलेश ने इस मैच में अपनी पहली ही गेंद 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से फेंकी थी। इसके बाद तो उन्होंने आॅस्ट्रेलिया के कप्तान को 146 किलोमीटर की रफ्तार से गेंद फेंककर बिल्कुल चौंका दिया था।
बल्लेबाजों ने दिखाया दम
गौरतलब है कि भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच हुए मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 328 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। भारत की बल्लेबाजी में कप्तान पृथ्वी शाॅ का शानदार योगदान दिया जिसने 94 रनों की पारी खेली। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 228 रन पर सिमट गया। इसका पूरा श्रेय उभरते तेज गेंदबाज कमलेश नगरकोटी को जाता है। कमलेश ने 7 ओवर में 29 रन देकर 3 विकेट लिए। इस मैच में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकाॅर्ड भी कमलेश के नाम ही हुआ है।
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दिग्गजों को किया हैरान
अंडर-19 विश्व कप के पहले मैच में कमलेश 147 किमी प्रति घंटे की रफ्तार का रिकार्ड तोड़ने से चूक गए। कमलेश की सबसे तेज गेंद 146.8 किमी प्रति घंटा की रफ्तार की थी। इससे पहले वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ ने साल 2016 के अंडर-19 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट में 147 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। बता दें कि कमलेश नगरकोटी की रफ्तार और गेंद पर नियंत्रण देखकर अपने जमाने के तेज गेंदबाज इयान बिशप भी उसके मुरीद हो गए। उन्होंने कहा कि इसकी गेंदबाजी शानदार है। यहां बता दें कि कमलेश की गेंदों की रफ्तार देखकर भारत के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि बीसीसीआई अंडर-19 के दो खिलाड़ियों पर नजर रखा जा रहा है एक है मावी और दूसरा नगरकोटी। गांगुली ने अपने ट्वीट में लक्ष्मण और विराट कोहली को भी टैग किया है।