नई दिल्ली। ‘यो-यो टेस्ट’ में लगातार खिलाड़ियों के असफल होने के बाद हो रही आलोचनाओं के बाद बीसीसीआई ने यू-टर्न ले लिया है। अब बीसीसीआई ने कहा है कि खिलाड़ियों का चयन टेस्ट में सफल होने के बाद ही किया जाएगा। यहां बता दें कि टेस्ट टीम के लिए चुने गए मोहम्मद शमी और एकदिवसीय टीम के लिए चुने गए अंबाती रायडू दोनों की यो-यो टेस्ट में फेल होकर टीम से बाहर हो चुके हैं। अफगानिस्तान के साथ हुए टेस्ट में उनकी जगह दिल्ली के तेज गेंदबाज नवदीन सैनी को शामिल किया गया था। शमी को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम चयन से पहले फिटनेस साबित करने का एक और मौका मिलेगा।
सीओए की बैठक में यह भी फैसला किया गया कि आगामी रणजी ट्रॉफी में शामिल होने वाली बिहार, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर की नई टीमें ग्रुप डी में एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगी और सिर्फ एक टीम क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई करेगी.मोहम्मद शमी की जगह पर दिल्ली के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी और अंबाती रायडु की जगह पर सुरेश रैना को टीम में जगह दी गई है।
गौरतलब है कि लगातार हो रही किरकिरी से बचने के लिए बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों का चयन आईपीएल मैचों के दौरान हुआ था ऐसे में उस वक्त इनका फिटनेस टेस्ट नहीं कराया जा सका। खिलाड़ियों का चयन आईपीएल में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया गया लेकिन भविष्य में अब सभी खिलाड़ियों का चयन यो-यो टेस्ट में पास होने के बाद ही किया जाएगा।
ये भी पढ़ें - बंगलुरु टेस्टः 15 घंटे, 30 विकेट, 3 पारियां और भारत 262 रनों से जीता
यहां बता दें कि इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली भारत ‘ए’ टीम के संजू सैमसन भी यो-यो टेस्ट में फेल होने के बाद टीम से बाहर हो चुके हैं। बीसीसीआई का कहना है कि अभी रणजी ट्राॅफी के कई मैच होने हैं ऐसे में खिलाड़ियों का चयन टेस्ट में पास होने के बाद ही किया जाएगा।