नई दिल्ली । बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया । अपने इस फैसले के साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सहारनपुर हिंसा में दलितों के उत्पीड़न पर मुझे बोलने का मौका सत्ता पक्ष ने नहीं दिया। इसलिए मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मुझे सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं दे रही है। हालांकि यूपीए के सदस्यों ने मुझे अपने फैसले पर विचार करने को कहा था लेकिन मैंने इस्तीफा देना ज्यादा उचित समझा है। सूत्रों का कहना है कि उनका इस्तीफा जल्द स्वीकार भी कर लिया जाएगा।
बता दें कि मानसून सत्र की शुरुआत के पहले ही दिन बसपा सुप्रीमो मायावती के एक फैसले ने सबको चौंका दिया। पिछले कुछ समय में दलित राजनीति में अपनी पकड़ ढीली छोड़ने वाली मायावती ने मंगववार को राज्ससभा सांसद पद से इस्तीफा दिया। एक बार फिर उन्होंने अपने इस फैसले के पीछे केंद्र की मोदी सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है। वह दलितों के मुद्दे सदन में सही तरीके से नहीं उठा पा रही हैं। संसद के सुबर के सत्र में मायावती ने कहा था कि अगर मुझे सहारनपुर हिंसा में दलितों के उत्पीड़न पर बोलने का मौका नहीं दिया तो मैं सदन से इस्तीफा दे दूंगी। शाम होते होते उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया।
इससे पहले संसद से बेहद गुस्से में बाहर निकलीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने सदन के बाहर आकर कहा कि उन्हें सदन में अपनी बात नहीं रखने दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार दलीतों के नाम पर नोटंकी कर रही है।