नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली से फिर एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। दिल्ली के वजीपुर की जेज कॉलोनी में 15 से 20 लोगों ने एक परिवार के तीन सदस्यों पर रविवार रात चाकुओं से हमला किया। इस घटना में 35 वर्षीय युवक दीपक की मौत हो गई। मारपीट का यह मामला महज 1500 रुपये के लेन-देन के चलते दो पक्षों के बीच हुए झगड़े से शुरू हुआ। इसके बाद एक पक्ष ने बीचबचाव करने वाले दीपक के घर में घुसकर उसपर चाकूओं से बार किए। साथ ही परिजनों के साथ मारपीट भी की, जिसमें दीपक की मौत हो गई, जबकि उसकी मां और पिता को भी काफी चोट आई हैं।
जानकारी के अनुसार रोहित और रवि से विशाल अपने 1500 रुपये की मांग कर रहा था। लेन-देन की बात पर दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया । जब घटना की जानकारी विशाल के चचेरे भाई दीपक को लगी तो उसने मौके पर पहुंच कर आरोपी रोहित और रवि को थप्पड़ मारकर झगड़ा शांत करवाया । इसके बाद सब अपने-अपने घर चले गए।
उस दौरान भले ही झगड़ा शांत हो गया लेकिन कुछ देर बाद आरोपी रोहित और रवि समेत 15-20 लोग कई बाइक पर सवाल होकर आए और चाकूओं से दीपक के परिवार पर हमला कर दिया। वारदात को अंजान देने के बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए।
गंभीर रूप से घायल परिजनों को दीपचंद बंधु अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां दीपक की मौत हो गई, जबकि उसके माता पिता की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। घटना के बाद इलाके में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। पुलिस ने मामला दर्जकर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पीड़ित परिवार ने इस मामले में पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस को झगड़े की जानकारी समय रहते दे दी गई थी, इसके बावजूद पुलिस समय से घटनास्थल पर नहीं पहुंच थी। अगर पुलिस समय रहते पहले ही झगड़े की जगह पर पहुंच जाती तो आगे बात ही नहीं बढ़ती। दीपक के भाई का कहना है कि पुलिस की लेटलतीफी के चलते उसके भाई की जान चली गई। पीसीआर को फोन करके झगड़े की जानकारी दी गई थी, लेकिन करीब आधे घंटे तक पुलिस मौका-ए-वारदात पर नहीं पहुंची।