शिमला। मानसून का मौसम पास आते ही पहाड़ के लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई है। मूसलाधार बारिश ने हिमाचल में तबाही मचानी शुरू कर दी है। चंबा जिले में बादल फटने से लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। उपमंडल चुराह में बादल फटने से 115 भैंसे पानी में बह गई।दरअसल जिस स्थान पर मवेशी आराम कर रहे थे, वहां पर देखते ही देखते जलस्तर काफी बढ़ गया। गुज्जर समुदाय के लोग समय की नजाकत को देखते हुए वहां से भाग गए। देखते ही देखते पानी ने बाढ़ का रूप धारण कर लिया, जिसमें 15 भैंसें बह गईं।
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यहा आपको बता दें कि घुमंतु गुज्जर पंजाब से अपने मवेशियों को लेकर एथन व पटाल धार जा रहे थे। लेकिन रास्ते में ही बादल फटने से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा। सुबह के समय गुज्जर समुदाय के लोगों ने घटना की जानकारी स्थानीय पंचायत प्रधान को दी। स्थानीय पंचायत प्रधान लता देवी व पूर्व प्रधान ध्यान सिंह ने मौके का जायजा लिया।
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ऐसे में प्रभावित लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। इस पर पंचायत प्रधान लता देवी का कहना है कि घटना की जानकारी मिलते ही हमने मौके का जायजा किया लोगों की सहायता के लिए हम प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। इस घटना के बाद लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि पहाड़ो पर चट्टान खिसकने से मनाली लेह हाईवे को बंद हो गया है जिस वजह से पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।