लखनऊ। उत्तरप्रदेश सरकार ने समाजवादी पार्टी के शासनकाल में पदोन्नती पाने वाले जूनियर इंजीनियरों पर जल्द ही कार्रवाई होने वाली है। बताया जा रहा है कि यूपी में पीडब्लूडी में 5 फीसदी पदों को वैध डिप्लोमा करने वालों को पदोन्नती देने का नियम है। ऐसे में वहां करीब 125 इंजीनियरों ने दूरस्थ शिक्षा से इंजीनियरिंग का डिप्लोमा ले लिया। अब मौजूदा यूपी सरकार ने पुरानी नियमावली में संशोधन कर दिया है जिसके बाद 112 इंजीनियरों की डिग्री फर्जी पाए गए हैं। फर्जी डिग्री वाले इंजीनियरों ने सरकार से यूजीसी की गाइडलाइन्स की प्रति भी मांगी है जिसके तहत उनकी डिग्री को गलत बताया गया है। सरकार की ओर से पीडब्लूडी मुख्यालय को 2 महीनों के अंदर ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों यूपी में एक जूनियर इंजीनियर के घर पर आयकर विभाग की छापेमारी में करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ था। बता दें कि उस जूनियर इंजीनियर के घर पर छापेमारी के दौरान कई जगहों पर उसकी संपत्ति होने के साथ कई विदेशी गाड़ियों के बारे में भी पता चला था।
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यहां बता दें कि उत्तरप्रदेश में ही एक और जूनियर इंजीनियर यादव सिंह के घर पर भी छापेमारी के दौरान करोड़ों की संपत्ति का पता चला था। फिलहाल सरकार की कार्रवाई से पदोन्नत होकर जूनियर इंजीनियर बने लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। शासन की तरफ से पीडब्ल्यूडी मुख्यालय को सभी मामलों में दो महीने में अंतिम कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, गलत ढंग से प्रमोशन पाने वाले बाबू रोज नए-नए तिकड़म करके मामलों को लंबा खींचने की कोशिश कर रहे हैं।