रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में पिछले दिनों 5 अगस्त को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 15 नक्सलियों के मारे जाने की खबर के विरोध में माओवादियों ने छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। इसके लिए माओवादियों की ओर से रास्तों पर बैनर भी लगाए गए थे इसके साथ ही रास्तों पर बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर गिरा दिया था ताकि सुरक्षाबलों के साथ ही वाहनों की आवाजाही पर भी रोक लगाई जा सके। हालांकि सुरक्षाबलों के द्वारा थोड़ी देर बाद बैनर और पेड़ों को वहां से हटा दिया गया।
गौरतलब है कि सुकमा के जंगलों में 5 अगस्त को नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में 15 नक्सलियों के मारे जाने की खबर आई थी। माओवादियों का कहना है कि यह एक झूठी खबर है और सिर्फ अफवाह फैलाई जा रही है। इसके विरोध में ही सोमवार को माओवादियों ने छत्तीसगढ़ बंद का ऐलान किया था। बंद के आह्वान और स्थानीय लोगों में दहशत कायम रखने के लिए सड़कों पर बैनर लगाए गए और रास्तों पर पेड़ों को काटकर गिरा दिया गया।
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यहां बता दें कि सुकमा में तैनात सुरक्षाबलों ने कुछ ही देर बाद सड़कों से बैनर फाड़कर फेंक दिया और कटे पेड़ों को सड़क से हटाकर रास्ते को आने-जाने के लिए खोल दिया। कुछ दिनों पहले ही नक्सलियों ने एक साथ कई वाहनों मंे आग लगा दी थी। इसके साथ ही नक्सलियों के द्वारा मुख्य रूप से सड़क निर्माण से जुड़े वाहनों को निशाना बनाया जाता है।