शिमला। हिमाचल सरकार ने राज्य की प्राथमिक शिक्षा में सुधार लाने के लिए अब 5वीं कक्षा तक वाले स्कूलों में कम से कम 2 शिक्षकों को तैनात करने का फैसला लिया है। राज्य में कई स्कूल ऐसे हैं जहां छात्रों की संख्या कम है और शिक्षक ज्यादा हैं वहीं कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां छात्र ज्यादा हैं और एक शिक्षक सभी कक्षाओं को पढ़ा रहा है। ऐसे में अब सरकार ने स्कूलों को विलय करने का भी फैसला लिया है। जयराम ठाकुर सरकार का कहना है कि जिन स्कूलों का विलय मुमकिन नहीं होगा वहां शिक्षकों की उचित व्यवस्था की जाएगी ताकि छात्रों की पढ़ाई में कोई दिक्कत न आए।
गौरतलब है कि बच्चों के अभिभावकों ने भी कई बार अध्यापकों के खाली पदों को भरने की मांग उठाई गई है। इस पर विभाग ने शिक्षकों की अधिक संख्या वाले स्कूलों से अध्यापकों की तैनाती एक शिक्षक वाले स्कूलों में करेगा। कायदे से 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक जरूरी होता है। राज्य के कई स्कूल ऐसे हैं, जहां बच्चों की संख्या कम है और अध्यापक अधिक हैं। ऐसे स्कूलों से अध्यापकों की नियुक्ति एक अध्यापक वाले स्कूलों में की जाएगी।
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बता दें कि प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर देशराज भरवाल का कहना है कि शिक्षा विभाग ने प्रत्येक प्राईमरी स्कूल में कम से कम 2 शिक्षकों की तैनाती का निर्णय लिया है। इसमें अधिक शिक्षकों की संख्या वाले स्कूलों में से अध्यापकों को कम शिक्षा वाले स्कूलों में तैनात किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है।