नई दिल्ली । एक समय सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत आज भी किसी से कम नहीं है। भारतीय भुगर्भ सर्वेक्षण ने अपनी एक जांच के बाद झारखंड में धरती के नीचे स्वर्ण अयस्क के 7 भंडार मिलने की पुष्टि की है। इसमें सिंहभूम इलाके के ईचागढ़, जोजीडीह , बेंगम , फुलझड़ी , मोर्चागोरा , ओटिया , टैबो और लुकापानी गांवों के निकट इनके होने की पुष्टि हुई है। खास बात यह है कि इन 7 नए स्थानों की जानकारी मिलने के बाद झारखंड में सोने के ज्ञात भंडारों की संख्या 17 हो गई है। फिलहाल अब भारतीय भुगर्भ सर्वेक्षण यानी जीएसआई इन स्थानों पर सोने की मात्रा का पता लगाने के लिए आगे के गहन परिक्षण करेगा।
बता दें कि भारतीय भुगर्भ सर्वेक्षण ने हाल में झारखंड के 7 नई जगहों की चट्टानों के नमूनों की जांच की थी। इनकी जांच के बाद सामने आया है कि इस धरती के नीचे स्वर्ण अयस्क के भंडार हैं। इन चट्टानों की रासायनिक जांच में भी स्वर्ण अयस्क मिले हैं। इसके बाद इस धऱती के नीचे से हजारों टन सोने निकलने की उम्मीद है। अगर ऐसा संभव हुआ तो सरकार को हजारों करोड़ के राजस्व का लाभ मिलेगा।
इससे पहले 2017 में 5 नए भंडारों का पता चला था, जिसके बाद से जांच जारी है। जमशेदपुर के भीतरडारी में सोने की खान की मात्रा का पता लगाने का भी काम इन दिनों चल रहा है।