अहमदाबाद । महिला को लात मारने का वीडियो वायरल होने पर गुजरात के नरोदा से भाजपा विधायक बलराम थवानी ने सोमवार सुबह अपनी हरकत पर माफी मांगी । उन्होंने महिला से कहा कि मैंने जोश में गलती कर दी, मुझे माफ कर दें । महिला को लात मारने वाला वीडियो वायरल होने के बाद विधायक जी घबरा गए, ऐसे में उन्होंने अपनी हरकत पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने आत्मरक्षा में महिला को लात मारी थी । लेकिन इस मुद्दे पर उनपर दबाव बढ़ने पर उन्होंने महिला से माफी मांग ली । वहीं महिला ने पीएम मोदी से गुहार लगाई है कि आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, लेकिन आपकी पार्टी का विधायक ही इस तरह की हरकत करता है। अब आप तय करें, इनके साथ क्या व्यवहार हो ।
अहमदाबाद शहर में नरोदा से भाजपा विधायक बलराम थवानी से स्थानीय एनसीपी की वार्ड प्रभारी नीतू तेजवानी मिलने पहुंची थी । महिला थवानी के ऑफिस पहुंची और उन्हें चेतावनी दी थी कि अगर 2 दिन के अंदर पानी के सप्लाई लाइन को काटा गया तो वह धरने पर बैठेंगी। इस दौरान दोनों में इस बात को लेकर विवाद हो गया । विवाद की शुरुआत भाजपा विधायक के भाई और स्थानीय पार्षद किशोर थवानी के पिछले सप्ताह कथित रूप से माया सिनेमा के पास एक अवैध कॉलोनी में जांच करने से हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक किशोर ने अपनी कार्रवाई का वीडियो बना रहे एक व्यक्ति के साथ धक्का मुक्की की। इसे बढ़े विवाद के बाद महिला थवानी के कार्यालय पहुंची थी ।
बहरहाल , इस घटना को लेकर थवानी का कहना है कि मेरा महिला के साथ ऐसा व्यवहार करने का कोई इरादा नहीं था । लेकिन एक गुट ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की । ऐसे में मुझे आत्मरक्षा करते हुए हाथ पैर चलाए । गलती से महिला को लात लग गई । हालांकि वायरल हुए वीडियो में भी दिख रहा है कि भगवा कुर्ता पहने थवानी महिला को लात से मार रहे हैं। थवानी के अलावा एक सफेद कुर्ता पहना व्यक्ति भी महिला को थप्पड़ मारता दिख रहा है।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विधायक ने कहा कि महिला नेता साजिश के तहत उनके पास आई थी । उसे मुझसे झगड़ना था । अंजाने में मैंने उन्हें लात मारी , मुझसे गलती हो गई और मैं इसे स्वीकार कर रहा हूं। मैं महिला से माफी मांगूंगा।
इस घटना पर महिला नीतू का कहना है कि मैं एमएलए के पास पानी की सप्लाई लाइन को काटने से रोकने के लिए दो दिन का टाइम मांगने गई थी। लेकिन जल्द ही थवानी और उनके आदमियों ने जबरन हमें बाहर कर दिया। हमें थप्पड़ मारा गया। कई लोग तो हॉकी के स्टिक के साथ आए थे। मैंने बहुत अपमानित महसूस किया।' उधर, पुलिस ने कहा है कि उसे अभी तक इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।