रायपुर। महासमुंद जिले के बागबाहरा में गुरुवार को एक निजी अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि मृत व्यकित के परिजनों ने अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। जांच के बाद जिला प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया। साथ ही दो डॉक्टरों को पूछताछ के हिरासत में लिया है। बता दें कि एक माह पहले 14 अगस्त को बीके बाहरा निवासी लेखराम यादव को कुत्ते ने काट लिया था। तब से ही लेखराम का इलाज बागबाहरा के निजी आयुष्मान अस्पताल में चल रहा था। डॉक्टर ने घाव पर टांके लगाकर मरहम-पट्टी करके रैबीज का इंजेक्शन नहीं दिया। 12 सितंबर को अचानक लेखराम की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसे रायपुर रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही पीड़ित ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन भड़क उठे और अस्पताल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया ।
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उन्होंने अस्पताल के बाहर एनएच-353 पर मृतक शव को रखकर चक्काजाम कर दिया और अस्पताल तथा लापरवाह डॉक्टर्स पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करते रहे। हंगामे की सूचना के बाद जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम प्रेमप्रकाश शर्मा और पुलिस प्रशासन की ओर से एसएसपी संजय ध्रुव मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद प्रसाशन ने चिकित्सकों की टीम बुलाकर इलाज की प्रक्रिया की जांच की। इलाज में लापरवाही की बात सामने आने पर तत्काल अस्पताल को सील कर दिया गया। साथ ही अस्पताल के दो डॉक्टरों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
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