तिरुवनंतपुरम।
एक लेखक को हिंदू—मुस्लिम एकता पर लिखना भारी पड़ रहा है। इस लेखक को धमकी भरा एक खत मिला है, जिसमें कहा गया है कि उनके लेखों की वजह से मुस्लिम युवक भटक रहे हैं। खत में लेखक को 6 महीने के भीतर इस्लाम कबूल करने की चेतावनी भी दी गई है और ऐसा न करने पर परिणाम भुगतने को कहा गया है।
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जानकारी के अनुसार, मलयाली लेखक केपी रमनउन्नी को यह धमकी मिली है। उन्होंने रमजान के दिनो में हिंदू—मुस्लिम एकता पर कुछ लेख लिखे थे। रमनउन्नी को जो खत मिला है, उसमें लिखा है, हम तुम्हें छह महीने का वक्त दे रहे हैं, इस्लाम अपना लो, वर्ना तुम लंबे वक्त तक छिपे नहीं रह पाओगे इसलिए जल्दी पांच वक्त की नमाज पढ़नी और रोजा रखने के लिए तैयार हो जाओ। वर्ना तुम्हें वही सजा मिलेगी जो कि इस्लाम को ना मानने वाले को दी जाती है। तुम्हारे लेख पढ़कर लोग भटक गए हैं।
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खत में यह भी लिखा गया है कि यदि वह नहीं माने तो उनकी भी हालत प्रोफेसर टीजे जोसेफ की तरह कर दी जाएगी। 2010 में प्रोफेसर जोसेफ का दायां हाथ एक कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन से जुड़े लोगों ने काट दिया था। इस संगठन का आरोप था कि एक प्रश्नपत्र सेट करने के दौरान प्रोफेसर जोसेफ ने उनकी धार्मिक भावनाओं को कथित तौर पर आहत किया था।
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इस मामले में लेखक का कहना है कि पहले तो उन्होंने इस खत को नजरअंदाज किया लेकिन वरिष्ठ लेखकों की सलाह के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। लेखक की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।