Friday, April 19, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

हिंदु—मुस्लिम सौहार्द पर लिखा, तो मिली चेतावनी, 6 महीने में इस्लाम कबूल करो या हाथ—पैर कटवाने को तैयार रहो

अंग्वाल न्यूज डेस्क
हिंदु—मुस्लिम सौहार्द पर लिखा, तो मिली चेतावनी, 6 महीने में इस्लाम कबूल करो या हाथ—पैर कटवाने को तैयार रहो

तिरुवनंतपुरम।

एक लेखक को हिंदू—मुस्लिम एकता पर लिखना भारी पड़ रहा है। इस लेखक को धमकी भरा एक खत मिला है, जिसमें कहा गया है कि उनके लेखों की वजह से मुस्लिम युवक भटक रहे हैं। खत में लेखक को 6 महीने के ​भीतर इस्लाम कबूल करने की चेतावनी भी दी गई है और ऐसा न करने पर परिणाम भुगतने को कहा गया है।

ये भी पढ़ें— सीमा पार से भारत में हो रही ड्रग्स की तस्करी, पुलिस ने ट्रक से करोड़ों रुपये की हेरोइन की जब्त

जानकारी के अनुसार, मलयाली लेखक ​केपी रमनउन्नी को यह धमकी मिली है। उन्होंने रमजान के दिनो में हिंदू—मुस्लिम एकता पर कुछ लेख लिखे थे। रमनउन्नी को जो खत मिला है, उसमें लिखा है, हम तुम्हें छह महीने का वक्त दे रहे हैं, इस्लाम अपना लो, वर्ना तुम लंबे वक्त तक छिपे नहीं रह पाओगे इसलिए जल्दी पांच वक्त की नमाज पढ़नी और रोजा रखने के लिए तैयार हो जाओ। वर्ना तुम्हें वही सजा मिलेगी जो कि इस्लाम को ना मानने वाले को दी जाती है। तुम्हारे लेख पढ़कर लोग भटक गए हैं।

ये भी पढ़ें— तोता बना गवाह, अदालत ने पत्नी को माना पति की हत्या का दोषी


खत में यह भी लिखा गया है कि यदि वह नहीं माने तो उनकी भी हालत प्रोफेसर टीजे जोसेफ की तरह कर दी जाएगी। 2010 में प्रोफेसर जोसेफ का दायां हाथ एक कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन से जुड़े लोगों ने काट दिया था। इस संगठन का आरोप था कि एक प्रश्‍नपत्र सेट करने के दौरान प्रोफेसर जोसेफ ने उनकी धार्मिक भावनाओं को कथित तौर पर आहत किया था।

ये भी पढ़ें— पाकिस्तान के सिंध प्रांत में उठी पाक से आजादी की मांग, सिंधी संगठन ने किया प्रदर्शन

इस मामले में लेखक का कहना है कि पहले तो उन्‍होंने इस खत को नजरअंदाज किया लेकिन वरिष्‍ठ लेखकों की सलाह के बाद उन्‍होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। लेखक की शिकायत के बाद पुलिस ने  जांच शुरू कर दी है।

 

 

Todays Beets: