नई दिल्ली । दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि निजी टैक्सी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के मकसद से सरकार ने मेट्रो के दाम घटाने पर अपना रुख अड़िग कर रखा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार निजी टैक्सी की तुलना में मेट्रो को सफर महंगा बनाना चाहती है, ताकि लोग मेट्रो के बजाए इन कैब को विकल्प के रूप में अपना सकें। केंद्र सरकार ने खुद को निजी कंपनियों में बेच दिया है। इतना ही नहीं सिसोदिया ने हमला जारी रखते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय रेल को भी बर्बाद कर दिया।
सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि अगर किराया बढ़ाकर मेट्रो अपनी आमदनी बढ़ाना चाहती है तो इसके लिए और भी कई तरीके हैं। सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली मेट्रो ही नहीं बल्कि दुनिया भर के मेट्रो मुनाफे में रहते हैं क्योंकि इसमें भ्रष्ट नेताओं को रिश्वत नहीं देनी होती। उन्होंने मेट्रो में घाटा न होकर घोटाले की आशंका जताई ।
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल किराया वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार के उदासीन रवैये का विरोध कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र के रुख के चलते ही लोगों पर किराये का बोझ बढ़ा है। हालांकि उनके रुख पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि मेट्रो रेलवे (परिचालन और रखरखाव) एक्ट की धारा 86 और 37 के तहत केजरीवाल को पता होना चाहिए कि केंद्र सरकार भी किराया निर्धारण के क्षेत्र में FFC के काम में कोई दखल नहीं देती।
बता दें कि मंगलवार से दिल्ली मेट्रो में सफर करना और महंगा हो गया है। डीएमआरसी ने अपनी घोषणा के अनुसार, एक बार फिर किराये में वृद्धि कर दी है। हालांकि दिल्ली की केजरीवाल सरकार डीएमआरसी के इस फैसले के विरोध में खड़ी है।