नई दिल्ली। भारत बंद के दौरान दलितों के द्वारा यूपी में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस की कार्रवाई का डर मेरठ में देखा जा सकता है। यहां के शोभापुर गांव से ज्यादातर दलित अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगह चले गए हैं। बड़े पैमाने पर लोगों के घर छोड़कर जाने से यहां पलायन जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि पुलिस प्रशासन पलायन की स्थिति से इंकार कर रहा है लेकिन गिरफ्तारी के डर से कुछ लोगों के घर छोड़ने की बात कबूल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान पूरे देश में दलित संगठनों द्वारा हिंसक प्रदर्शन किया गया था इसमें यूपी के मेरठ में उपद्रवियों ने शहर के एक थाने में भी आग लगा दी थी। शोभापुर गांव में भी खूब आगजनी की घटना हुई थी। इसके बाद से ही दंगाइयों पर पुलिस ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि हिंसक प्रदर्शन में जो भी लोग शामिल थे उनपर कार्रवाई की जाएगी। अब दलित समुदाय के लोग अपने ऊपर कार्रवाई के डर से घरों को छोड़कर दूसरे इलाके में जा रहे हैं।
आपको बता दें कि मेरठ में बंद के दौरान काफी हिंसा हुई थी। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए वहां कफ्र्यू लगाने के साथ इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी। अब धीरे-धीरे स्थिति के नियंत्रण में आने पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। पूरे इलाके मंे आरएएफ के जवानों को तैनात कर दिया गया है।