पटना। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। बिहार में एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोकशक्ति पार्टी (रालोसपा) ने सीटों को लेकर बड़ा बयान दिया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने कहा कि ‘‘वे न तो भाजपा के गुलाम हैं और न ही उसके पिछलग्गू’’। ऐसे में सीटों का बंटवारा वोटों के आधार पर होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो एक बार फिर से विचार किया जाएगा कि एनडीए के साथ रहना है या नहीं।
गौरतलब है कि रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि नीतीश कुमार की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर वे पूरी तरह से विफल रहे हैं। ऐसे में अब लोग नए विकल्प की तलाश में हैं। रालोसपा के नेता ने कहा कि नीतीश कुमार सठिया गए हैं, उनके इस कार्यकाल में विकास का काम पूरी तरह से ठप हो गया है और उनके पास तो मात्र डेढ़ फीसदी वोट रह गया है। ऐसे में जेडीयू को रालोसपा से भी कम सीटें मिलनी चाहिए।
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यहां बता दें कि जहानाबाद में 30 सितंबर को होने वाली रैली का जायजा लेने पहुंचे नागमणि ने कहा कि उनकी पार्टी की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ रही है यही वजह है कि दोनों की राजनीतिक पार्टियां अपने साथ जोड़ने में जुटी हुई है। बड़ी बात है कि नागमणि के द्वारा भाजपा को लेकर दिए गए बयान पर अभी भाजपा की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। साथ ही यह भी देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए सीटों का बंटवारा किस तरह से करती है।