पटना। बिहार की राजनीति में भी इन दिनों काफी उथल-पुथल मचा हुआ है। जनता दल युनाईटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने अपनी ही सरकार पर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है। चौधरी ने बताया कि राज्य में दलितों पर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न की वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वे अब लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ जुड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि उदय नारायण चौधरी ने बताया कि वे सांप्रदायिक पार्टियों से बाहर निकल गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में बहुत से नेता पार्टी छोड़ रहे हैं ऐसे में राजनीतिक दलों में हड़कंप मचा हुआ है। उदय नारायण चौधरी ने बताया कि राज्य में दलितों का बहुत ज्यादा उत्पीड़न हो रहा है। पार्टी छोड़ने के बाद उदय नारायण चैधरी ने बताया कि वे राजद के साथ जा सकते हैं। अब वह सांप्रदायिक ताकतों के चंगुल से बाहर निकल चुके हैं और जेडीयू - भाजपा में नहीं जाएंगे। जो पार्टी बचती हैं, उन्हीं में से किसी में जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत लोग पार्टी छोड़ रहे हैं तो ऐसे में भगदड़ मचना तय है। वहीं इस मामले में जेडीयू का कहना है कि उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता।
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यहां गौर करने वाली बात है कि उदय नारायण चौधरी पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज चल रहे थे उन्होंने दलितों पर बढ़ते अत्याचार के समर्थन में एक मार्च भी निकाला था। यहां की कानून व्यवस्था भी बहुत खराब हो चुकी है। उन्होंने इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बातचीत की लेकिन कोई उपाय नहीं निकल सका जिससे वह दुखी हैं।