बेंगलुरू । कर्नाटक की केंद्रीय जेल में अनियमितताओं को उजागर करने और जेल में होने वाली गैरकानून हरकतों का खुलासा करने वाली डीआईजी (जेल) रूपा का सोमवार को तबादला कर दिया गया है। डीआईजी रूपा ने जेल में एआईएडीएमके प्रमुख शशिकला को मिल रहे वीवीआईपी ट्रीटमेंट का खुलासा किया था, जिसके बाद वह सुर्खियों में आई थीं। कर्नाटक सरकार की ओर सोमवार को जारी एक आदेश में रूपा का तबादला यातायात विभाग में तत्काल प्रभाव से कर दिया गया है। DIG रूपा के साथ डीजी जेल सत्यनारायण राव का भी ट्रांसफर कर दिया गया है, जिनपर रूपा ने अनियमिताताओं में शामिल होने का आरोप लगाया था। रूपा को डीआईजी जेल से हटाते हुए ट्रैफिक विभाग का आईजी बना दिया गया है। साथ ही उन्हें यातायात और रेड सेफ्टी के कमिश्नर का प्रभार भी दिया गया है।
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हालांकि रूपा को डीआईजी जेल से आईजी यातायाता बनाकर उनका प्रमोशन किया गया है लेकिन सियासी गलियारे में इसे मामले से हटाने के तौर पर देखा जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम पर जनता दल (सेक्यूलर) के नेता एचडी कुमार स्वामी का कहना है कि वह जानते थे कि राज्य सरकार इस तरह का निर्णय लेगी। सरकार गलत लोगों के काम और उनकी अनैतिक गतिविधियों का समर्थन कर रही है। यह सरकार गलत काम करने वाले लोगों को बचाना चाहती है। सरकार सच और अनैतिक गतिविधियों को सामने नहीं आ देना चाहती। सरकार अनैतिक काम करने वाले लोगों को बचाने में जुटी है। सरकार के इन फैसलों से ऐसे लोगों का साहस बढ़ेगा।
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बता दें कि हाल में डीआईजी डी रूपा ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया था कि उन्होंने 2 करोड़ की रिश्वत का एक मामला हाल में पकड़ा था, जिसमें शशिकला की ओर से दो करोड़ रुपये की रिश्वत जेल अधिकारियों को दी थी। इसके बदले शशिकला के लिए जेल मे एक अलग किचन देते हुए उनके लिए कई खास व्यवस्थाएं की गई थीं।
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वहीं इस मामले में डीजी जेल सत्यनारायण का कहना है कि यदि डीआईजी ने जेल के अंदर ऐसा कुछ देखा था तो इसकी चर्चा मुझसे करतीं। यदि उन्हें लगता है कि मैंने कुछ किया तो मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। हालांकि इस दौरान सत्यनारायण राव ने बताया था कि कर्नाटक प्रिसिजन मैनुएल के रूल 584 के तहत ही शशिकला को छूट दी गई थी। बहरहाल, इस पूरे मामले के उजागर होने पर अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आदेश दिए हैं कि सेंट्रल जेल में जारी अनियमितताओं के इस मामले में एक हाई लेवल कमेटी जांच करेगी। दोषियों को इस मामले में छोड़ा नहीं जाएगा।
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