लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके लिए शिक्षकों पर सरकार सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्कूल में कक्षा के समय यदि कोई शिक्षक किसी दफ्तर में दिखे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर ऐसे शिक्षकों को बर्खास्त भी किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर यह निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति, पढ़ाई की गुणवत्ता और इमारतों की हालत के बारे में भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर कहा है कि जर्जर भवनों में बच्चों की कक्षा नहीं लगाई जाए और स्कूलों में पानी, शौचालय और सफाई की सही व्यवस्था होनी चाहिए।
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यहां बता दें कि सीएम ने कायाकल्प योजना के तहत सांसद, विधायक और सीआरएस की मदद से स्कूलों की दशा बदलने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों का अनुपात देखते हुए ही समायोजन किया जाए। सीएम ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि दागी विद्यालयों को परीक्षा का केन्द्र न बनाया जाए। नकलविहीन परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जाए।