लखनऊ । देश में एक बार फिर भगवाकरण और वंदे मातरण का मुद्दा गर्मा गया है। मुंबई में बीएमसी द्वारा अपने अधीन आने वाले सरकारी स्कूलों में वंदे मातरम गाने को अनिवार्य करने का प्रस्ताव आने के बाद यूपी में भी सभी मदसरों में 15 अगस्त को ध्वजारोहण और वंदे मातरम गाने के आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने भाजपा पर एक बार फिर भगवाकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है लेकिन सूबे के उपमुख्यमंत्री कैशव प्रसाद मौर्य ने साफ कहा कि अगर अपने देश में तिरंगा फहराना भगवाकरण है , या वंदेमातरम गाना अगर भगवाकरण का प्रतीक माना जा रहा है तो हम ऐसे भगवाकरण का स्वगत करते हैं।
बता दें कि यूपी की मदरसा परिषद ने एक आदेश जारी करते हुए यूपी के सभी मदरसों में इस बार 15 अगस्त को ध्वजारोहण के साथ ही राष्ट्रगीत के साथ राष्ट्रगान गाने के आदेश दिए हैं। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने इस सूबे में फिर से भगवाकरण की लहर लाने की कवायद बताया। हालांकि सूबे के उपमुख्यमंत्री कैशव प्रसाद मौर्य ने मदरसा परिषद के इस फैसले पर उठने वाले आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, अब तुष्टीकरण की राजनीति वालों को समझ जाना चाहिए कि ऐसे मुद्दों को लेकर उनकी कोई नहीं सुनने वाला। अब लोग जागरूक हो गए हैं। आखिर इस आदेश में गलत है ही क्या। अगर इस देश में 15 अगस्त जैसे दिन पर ध्वजारोहण करना ...या देश में वंदेमातरम कहना अगर भगवाकरण है तो मैं इस भगवाकरण का स्वागत करता हूं।
इस फैसले का तो स्वागत होना चाहिए था लेकिन कुछ कुंठित लोग इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसे मुद्दों पर सवाल उठाने वाले सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति करना चाहते हैं।