लखनऊ। अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए अनशन करने के बाद आत्मदाह करने की चेतावनी देने वाले संत परमहंस दास को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आपको बता दें कि संत परमहंस दास ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर अयोध्या में 5 दिसंबर से मंदिर का निर्माण शुरू नहीं हुआ तो 6 दिसंबर को वे आत्मदाह कर लेंगे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों उन्होंने अयोध्या में आत्मदाह के लिए अपनी चिता भी तैयार कर ली थी और उसका पूजन भी कर लिया था। फिलहाल पुलिस ने उन्हें आत्महत्या करने की कोशिश, माहौल खराब करने और कानून व्यवस्था को खतरा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मंगलवार को गिरफ्तार करने के बाद संत परमहंस दास को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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यहां बता दें कि संत परमहंस दास ने अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन भी शुरू किया था लेकिन बाद में पुलिस ने उन्हें जबरन उठाकर पीजीआई में भर्ती करा दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद अस्पताल पहुंचकर उनका अनशन तुड़वाया था। बाद में संत परमहंस दास ने कहा कि सीएम ने उनसे मंदिर निर्माण और पीएम से मिलवाने का वादा किया था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। गौर करने वाली बात है कि साधु समाज के द्वारा सरकार पर शीतकालीन सत्र में मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने के लिए दवाब बना रहे हैं लेकिन भाजपा अध्यक्ष ने सत्र के दौरान मंदिर निर्माण के लिए किसी भी तरह का बिल लाने से इंकार कर दिया है।