नई दिल्ली । विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व अध्यक्ष विष्णु हरि डालमिया का 91 साल की उम्र में बुधवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। अपने गोल्फ लिंक स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। उन्हें पिछले महीने ही इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जिसके बाद उन्हें घर ले आए थे। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में शाम को 4 बजे किया जाएगा। अब आशा जताई जा रही है कि उनके अंतिम संस्कार में संघ और वीएचपी के कई बड़े नेता पहुंचेगे। उनके निधन पर पीएम मोदी , राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और संघ के पदाधिकारियों ने शोक जताया है।
बता दें कि 1924 में जनमे विष्णु हरि डालमिया उद्योगपति होने के साथ-साथ हिंदूवादी नेता थे। अगस्त 1964 में विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की गई थी। वे साल 1992 से 2005 तक इसके अध्यक्ष रहे। 1985 में जब श्रीराम जन्मभूमि न्यास की स्थापना की गई तो विष्णु हरि डालमिया को इसका कोषाध्यक्ष बनाया गया। खास बात यह थी कि जब डालमिया मंदिर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे। उस वक्त उनके बेटे संजय डालमिया समाजवादी पार्टी से सांसद थे।
6 दिसंबर को विवादित ढांचा ढहाए जाने के दो दिन बाद यानी 8 दिसंबर को उन्हें लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, अशोक सिंघल के साथ गिरफ्तार किया गया। वे डालमिया ग्रुप के संस्थापक जयदयाल डालमिया के सुपुत्र और रामकिशन डालमिया के भतीजे हैं। डालमिया बंधुओं ने ही 40 के दशक में डालमियानगर की नींव रखी थी।