कैमूर । ट्रेन से गिरकर एक दलित युवती की मौत का मामला शुक्रवार को गर्मा गया। बिहार के कैमूर में दो दिन पहले हुई इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों का आरोप है कि युवती के साथ दुष्कर्म किए जाने के बाद उसे ट्रेन से फेंका गया है। हालांकि पुलिस इससे इतर अपने तरीके से मुकदमा दर्ज कर रही है। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार को रामगढ़ थाने पर हमला कर दिया। इस दौरान थाने में खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात बेकाबू होने प भारी पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया है।
बता दें कि दो दिन पहले कैमूर में ट्रेन से गिरकर एक दलित युवती की मौत हो गई थी। घटना से गुस्साए लोगों का आरोप है कि पहले युवती के साथ दुष्कर्म किया गया था, जिसके बाद उसे साजिशन ट्रेन से धक्का दिया गया है। इस घटना को लेकर युवती के गांव के लोगों ने हंगामा किया था। घटना के दो दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस इस एंगल पर जांच नहीं कर रही थी, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने रामगढ़ थाने पर हमला बोल दिया।
ग्रामीणों ने इस दौरान वहां खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया। मामला गर्म होता देख पुलिस ने ग्रामीणों को तीतर बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की है। इस घटना में 2 पुलिसवालों और 3 लोगों के घायल हो गए हैं। घायल होने वालों में डीएसपी रघुनाथ सिंह शामिल हैं, उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मामले को दबाने के लिए सही एंकल पर जांच ही नहीं कर रही है और इसे एक साधारण ट्रेन से गिरने का मामला बनाने में जुटी है। इस दौरान ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की। वही पीड़ित परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी के साथ ही आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की भी मांग रखी।