पटना। बिहार में एक बार फिर से कानून व्यवस्था और सुशासन का दावा खोखला साबित हुआ है। भोजपुर जिले में एक युवक की हत्या का शक एक महिला पर होने के बाद उग्र भीड़ ने उसके घर पर हमला बोल दिया और जमकर तोड़फोड़ की है। नाराज भीड़ ने महिला के घर की दीवार तोड़कर अंदर आने के बाद उसे पूरी तरह से निर्वस्त्र कर पूरे इलाके में घुमाया और उसकी पिटाई भी की। बता दें कि रविवार को अपने घर से लापता हुए विमलेश शाह का शव रेलवे ट्रैक के किनारे मिला था। फिलहाल पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में ले लिया है। इस घटना के बाद राजनीति भी तेज हो गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘नीतीश जी के कुशासनी राज में कल बिहार के आरा में एक महिला को निर्वस्त्र दौड़ा-दौड़ा कर मॉब लिंचिंग की कोशिश की गई। इंसानियत को तार-तार करने वाली इस घिनौनी घटना को देख व सुन रूह कांप गयी। नैतिक बाबू, अगर मानवता, शर्म और संवेदना बची है तो अंतरात्मा जगी जल्दी से राजभवन पहुंचिए।’
गौरतलब है कि स्थानीय लोगों ने शव की बरामदगी के बाद रेड लाइट एरिया के लोगों पर हत्याकर रेलवे के ट्रैक पर फेंक दिया गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर उत्पात मचाया और कई दुकानों में आग लगा दी। लोगों ने पास से गुजरने वाली ट्रेन पर भी पथराव किया। इसके साथ ही रेलवे लाइन के किनारे मौजूद घरों को भी आग के हवाले कर दिया गया।
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यहां बता दें कि उग्र भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। पुलिस की कार्रवाई पर स्थानीय लोगों ने भी फायरिंग की। मामला हाथ से बाहर निकलने पर 8 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। बता दें कि पुलिस ने कहा कि वहां स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के साथ भीड़ में शामिल लोगों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है।