नईदिल्ली। बच्चा हो या बड़ा इंसान दोनों को वीडियो गेम खेलना पंसद होता है। खासकर युवाओं में तो वीडियो गेम के लिए एक तरह की दीवानगी होती है। अमूनन लोग सफर के दौरान समय बिताने के लिए वीडियो गेम्स खेलना पंसद करते हैं । वीडियो गेमिंग एक ऐसा इकलौता विकल्प है जो सबसे ज्यादा वक्त बिताने के लिए पंसद किए जाता है। इस बात का प्रमाण देने के लिए इतना जानना ही काफी है कि दुनिया में वीडियो गेम का बाजार 108.9 अरब डॉलर का होता है। जी हां , ग्लोबल गेम्स मार्केट की रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि दुनिया में 2.2 अरब लोग वीडियो गेम्स खेलते हैं। बता दें कि पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में यह आंकड़ा 7.8 फीसदी से बढ़ गया है।
अगर आंकड़ों की सहायता से देखें तो वीडियो खेल की दीवानगी सबसे ज्यादा एशिया में है। दुनिया के कुल आंकड़ों में से केवल एशिया की हिस्सेदारी 47 फीसदी से अधिक है। अकेले चीन में वीडियो गेम का कुल 27 अरब डॉलर से ज्यादा का बाजार है।
दुनिया में 1.15 अरब घंटे लोग प्रति महीने वीडियो गेम्स में बिताते हैं। अकेले अमेरिका में 18 करोड़ घंटे प्रति महीने गेमर्स वीडियो गेम खेलने में अपना समय बिताते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत में साल 2022 तक वीडियो गेम का बाजार लगभग 40 करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा। CII-टेकसाई रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार भारत में वीडियो गेम का बाजार 286.2 डॉलर का होगा।
वहीं दुनिया में बढ़ते गेमर्स की संख्या स्मार्टफोन यूजर्स के चलते अधिक तेजी से बढ़ रही है। साल 2015 में मोबाइल गेमर्स की संख्या 19.8 करोड़ थी। जिसका अनुमान लगाया गया है कि 2020 तक ये 62.8 करोड़ हो सकती है। इस अनुमान के आधार पर कहा जा सकता है कि चीन के बाद भारत देश दुनिया में बड़े गेम्स का उद्योग साबित होगा।