नई दिल्ली। आज नौजवानों के बीच सोशल मीडिया का क्रेज बढ़ता जा रहा है। यह जहां उन्हें दुनिया मंे होने वाली घटनाओं से रूबरू कराता है वहीं कई बार यह काफी खतरनाक भी हो जाता है। ऐसा आमतौर पर होता है कि कोई लड़की चैट करना चाहती है तो लड़के उसमें दिलचस्पी दिखाने लगते हैं। यह कई बार घातक सिद्ध होता है और लड़का धोखे का शिकार हो जाता है। एक सर्वे में सामने आया है कि फेसबुक पर लड़कियों की करीब 20 से 30 फीसद प्रोफाइल फेक हैं। ऐसे में फेसबुक इस्तेमाल कर रहे हर यूजर्स को इससे बचकर रहना चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप आसानी से ये पता लगा पाएंगे कि कौन सी आईडी नकली है और कौन सी असली।
प्रोफाइल पिक्चर
अगर आपके पास किसी लड़की की प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है तो प्रोफाइल में इस्तेमाल की गई फोटोज पर ध्यान दें। इस इमेज को आप गूगल में सर्च भी कर सकते हैं ताकि आपको ये अंदाजा हो जाएगा कि जिस पिक्चर का इस्तेमाल किया गया है वो गूगल से ली गई है या ओरिजनल है।
अबाउट
अगर कोई आईडी नकली होगी तो उसमें वर्कप्लेस, कॉलेज, होमटाउन जैसी जानकारियां मौजूद नहीं होंगी। ऐसे में किसी भी आईडी की रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसका अबाउट चेक करें।
म्यूच्यूल फ्रेंड, फ्रेंड और फॉलोअर्स
अगर आपको अबाउट में जाकर भी कुछ पता नहीं चलता है तो उसकी फ्रेंड लिस्ट चेक करें। अगर किसी प्रोफाइल में कई लड़के या फॉलोअर्स एड हैं तो यकीनन यह एक फेक आईडी है। वहीं, अगर ऐसी किसी आईडी में आपका कोई म्यूचल फ्रेंड नहीं है तो उसे अपनी फ्रेंड लिस्ट में शामिल नहीं करना चाहिए।
सवाल पूछें
जब भी किसी प्रोफाइल से आपके पास रिक्वेस्ट आए तो उसे एड करने से पहले कुछ सवाल जरूर पूछें। सवाल जैसे कि वो कहां से है या क्या करती है। अगर रिक्वेस्ट भेजने वाली लड़की सही होगी तो आपके सभी सवालों के जवाब सीधे-सीधे देगी, लेकिन फेक प्रोफाइल वाली लड़की कभी भी सही जवाब नहीं देगी।