नई दिल्ली। आज स्मार्टफोन हर युवा के हाथ में है लेकिन उसकी बैट्री को लेकर हमेशा से परेशानी रही है। अब इंसान स्मार्टफोन के साथ चार्जर या पावर बैंक हर जगह लेकर नहीं जा सकता है। ऐसे में वैज्ञानिकों ने स्मार्टफोन की बैट्री को चार्ज करने का एक अनोखा तरीका निकाला है। वैज्ञानिकों ने ऐसा यंत्र विकसित किया है जो शरीर की मदद से ही बिजली पैदा कर सकता है।
ट्राइबोइलेक्ट्रिक तकनीक
गौरतलब है कि वैज्ञानिकों ने एक ऐसा टैब तैयार किया है जो शरीर की मामूली हरकतों से बिजली पैदा करने में सक्षम है। अमेरिका की बफलो यूनिवर्सिटी के एक वैज्ञानिक ने बताया कि हमारा शरीर बड़ी मात्रा में ऊर्जा पैदा कर सकता है ऐसे मंे हमने यह विचार किया कि इस ऊर्जा का सही इस्तेमाल किया जाए। शोधकर्ताओं ने इसके लिए ‘ट्राइबोइलेक्ट्रिक’ तकनीक का इस्तेमाल किया। इस तकनीक में दो पदार्थों को एक दूसरे के संपर्क में लाकर ऊर्जा पैदा की जाती है।
48 एलईडी बल्ब जलाने की क्षमता
यहां बता दें कि वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए इस टैब में सोने और ‘पीडीएमएस’ का इस्तेमाल किया गया है। इस टैब को जब शरीर के किसी भी हिस्से से जोड़ा जाता है तो तो उसकी हरकत से इसमें मौजूद दोनों पदार्थ संपर्क में आते हैं और ऊर्जा बनती है। जैसे कि कोई उंगली उठाता है, या हाथ घुमाता है या फिर पैर चलाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस उपकरण की मदद से करीब 124 वोल्ट का करंट पैदा किया जा सकता है और इतनी ऊर्जा लाल रंग की करीब 48 एलईडी को एक साथ जला सकती है। अभी इस तकनीक के जरिए मोबाइल को तुरंत चार्ज नहीं किया जा सकता है शोधकर्ता इस ऊर्जा को जमा कैसे किया जाए इस पर भी विचार कर रहे हैं।