देहरादून। उत्तराखंड में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्रों का कैंपस को लेकर किए जा रहे विरोध के बीच केंद्रीय मानव संसाधव विकास मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्रालय ने एनआईटी श्रीनगर के 600 छात्रों को जयपुर भेजने का फैसला लिया है। हालांकि मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि ये छात्र एनआईटी श्रीनगर के ही छात्र रहेंगे। फिलहाल कोर्स को पूरा करने के लिए इन छात्रों को जयपुर भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में एनआईटी का अपना कैंपस नहीं होने के चलते छात्रों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। अब इन छात्रों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से दूसरे और तीसरे साल के 600 छात्रों को जयपुर भेजने का फैसला लिया गया है। यहां ये छात्र अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करेंगे।
ये भी पढ़ें - असमान छात्र-शिक्षक अनुपात पर बिफरे मंत्री, शिकायत को जल्द दूर करने के निर्देश
यहां बता दें कि मंत्रालय की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि ये सभी छात्र एनआईटी श्रीनगर के ही रहेंगे। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा प्रथम, द्वितीय और तीसरे साल के विद्यार्थियों को 3 साल के लिए जयपुर भेजा गया है. हालांकि यह भी साफ कर दिया गया है कि जयपुर से पढ़ाई करने के बाद भी स्टूडेंट्स को एनआईटी उत्तराखंड की ही डिग्री दी जाएगी। बता देंकि कैंपस की बीटेक स्टूडेंट नीलम मीणा के एक्सीडेंट के बाद यहां विरोध तेज हो गया था और छात्रों ने लेक्चर का बहिष्कार करने का फैसला किया था।