Friday, April 26, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

उत्तराखंड के सभी निगमों की हो गई बल्ले-बल्ले, 25 अगस्त तक मिलेगा सातवें वेतनमान का तोहफा

अंग्वाल न्यूज डेस्क
उत्तराखंड के सभी निगमों की हो गई बल्ले-बल्ले, 25 अगस्त तक मिलेगा सातवें वेतनमान का तोहफा

देहरादून। राज्य के आठों निगमों की चांदी होने वाली है। सरकार ने 25 अगस्त तक सभी निगमों को सातवां वेतनमान देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और मुख्य सचिव एस रामास्वामी के बीच कई दौर की बैठक के बाद इस बात का फैसला लिया गया। सरकार के इस फैसले बाद निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ और राज्य निगम, निकाय, जल संस्थान, विकास प्राधिकरण और जिला पंचायत कर्मचारी महासंघ की ओर से 18 अगस्त से बेमियादी हड़ताल पर जाने का फैसला  स्थगित कर दिया गया है। 

मांगों को लेकर प्रदर्शन

गौरतलब है कि राज्य के निगम कर्मचारी काफी समय से सातवें वेतनमान की मांग कर रहे थे। सरकार से बतचीत के पहले महासंघ के नेताओं ने परेड ग्राउंड में बैठक की। इसमें मुख्य सचिव के साथ 21 जुलाई को हुई उस बैठक के बारे में भी चर्चा की गई जिसमें उन्होंने आठों निगमों को जल्द ही सातवां वेतनमान देने का आश्वासन दिया था। सरकार की तरफ से इस मामले में आगे कार्रवाई न होता देख निगम कर्मचारियों ने 5 अगस्त को हल्द्वानी में धरना प्रदर्शन किया गया और 11 अगस्त को रैली निकाली। इस दौरान प्रमुख सचिव उद्योग ने भी उन्हें जल्द ही उनके हक में फैसले का आश्वासन दिया लेकिन महासंघ मुख्यमंत्री से बात करने पर अड़ा रहा। 

ये भी पढ़ें - जूनियर और प्राईमरी शिक्षक नहीं होंगे बेकार, एनआईओएस कराएगा डीएलएड कोर्स


सीएम से मिला आश्वासन

देर रात को सीएम से बात होने के बाद कई बिंदुओं पर सहमति बनी। निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के पदाधिकारी रामचंद्र रतूड़ी और बीएस रावत के साथ गए 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगें रखीं। इसमें आईएसबीटी को रोडवेज के सुपुर्द करने, जल संस्थान व जल निगम के एकीकरण के साथ ही परिवहन निगम के बकाए के शीघ्र भुगतान के आदेश मुख्यमंत्री ने दिए। आउटसोर्स कर्मियों के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि मामला हाईकोर्ट में लंबित है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार अपनी तरफ पूरी कोशिश करेगी कि उनके विनियमितिकरण की राह आसान हो सके। सरकार के रुख को देखते हुए महासंघ ने 6 सितंबर तक कार्य बहिष्कार को भी वापस ले लिया है।   

Todays Beets: