देहरादून। नए साल में उत्तराखंड के छात्रों को एक बड़ा झटका लग सकता है। उत्तराखंड बोर्ड के सभी सरकारी हाईस्कूल और इंटर कॉलेज जल्द सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजूकेशन) के अधीन हो सकते हैं। प्रदेश सरकार और सीबीएसई के बीच इस संबंध में बातचीत शुरू हो गई है। अगर ऐसा होता है तो उत्तराखंड बोर्ड पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।
गौरतलब है कि उत्तराखंड बोर्ड को समाप्त करने से पहले सरकार सभी तकनीकी पहलुओं को देख रही है। खबरों के अनुसार शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और सीबीएसई के अधिकारियों के बीच हाई स्कूलों और इंटर काॅलेजों को सीबीएसई के अधीन लाने के लिए बातचीत शुरू कर दी गई है।
ये भी पढ़ें - अब 'उत्तराखंडी' चाय की खुशबू और फैलेगी, कफलांग में फैक्ट्री लगाने की प्रक्रिया शुरू
यहां बता दें कि अरविंद पांडे ने कुमाऊं क्षेत्र में सीबीएसई का क्षेत्रीय कार्यालय खोलने का भी प्रस्ताव रखा है। बता दें कि शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सभी हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों को सीबीएसई के अधीन करने पर भी चर्चा की। अगर ऐसा होता है तो प्रदेश के करीब 2300 हाईस्कूल व इंटर कॉलेज, उत्तराखंड बोर्ड से हटकर सीबीएसई से मान्य हो जाएंगे। इन सभी कॉलेजों में फिर सीबीएसई के नियम ही लागू होंगे।
ऐसा कहा जा रहा है कि अगर प्रदेश के सभी हाईस्कूल और इंटर काॅलेज सीबीएसई के अधीन होने से राज्य के दुर्गम इलाकों में रहने वाले छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं तक पहुंचने की राह आसान हो जाएगी। स्कूलों के सीबीएसई के अधीन आने से देहरादून क्षेत्रीय कार्यालय का भार बढ़ जाएगा। आपको बता दें कि दिल्ली और छत्तीसगढ़ में पहले से सभी सरकारी हाईस्कूल और इंटर कॉलेज सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं। इन राज्यों में स्टेट का कोई बोर्ड नहीं है।