देहरादून। उत्तराखंड के सभी गांव दिसंबर 2018 तक बिजली की रोशनी रोशन होंगे। केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके सिंह ने उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) को इस बात के निर्देश दिए हैं। आरके सिंह ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी लिहाजा काम को तेजी से अंजाम दिया जाए। बता दें कि ऊर्जा प्रदेश कहे जाने वाले उत्तराखंड में आज भी 97 हजार घरों में बिजली नहीं है। इसके साथ ही करीब 56 गांव और साढ़े चार हजार से ज्यादा तोक अंधेरे में हैं।
वाइल्ड लाइफ बोर्ड की स्वीकृति
गौरतलब है कि नई दिल्ली में हुई मासिक समीक्षा में यूपीसीएल प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्र ने कहा कि दो दर्जन से ज्यादा गांवों में बिजली पहुंचाने के मामले में वन विभाग से स्वीकृति की आवश्यकता है। इस संबंध में फाइल अब केंद्रीय वाइल्ड लाइफ बोर्ड में पहुंच चुकी है। मिश्र ने ऊर्जा मंत्रालय से भी इस संबंध प्रयास करने का अनुरोध किया। उनका कहना है कि केंद्रीय वाइल्ड लाइफ बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद ही लाइन निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा।
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जल्द शुरू होगा काम
आपको बता दें कि आरके सिंह ने कहा कि सहज बिजली हर घर योजना ‘सौभाग्य’ प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना है। ऐसे में राज्य सरकार इसका क्रियान्वयन पूरे मनोयोग से करें। जिन गांवों में वन विभाग की तरफ से कोई अड़चन नहीं है वहां जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
जल्द लग सकते हैं स्मार्ट मीटर
मासिक समीक्षा बैठक में स्मार्ट मीटर को लेकर भी चर्चा हुई। यूपीसीएल पहले ही डेढ़ लाख मीटर का प्रस्ताव केंद्र को भेज चुका है। अन्य राज्यों से भी मीटर की डिमांड आने का सिलसिला जारी है। इसके बाद केंद्र स्तर से बड़े पैमाने पर स्मार्ट मीटर की खरीद की जाएगी। ऐसा कहा जा रहा है कि स्मार्ट मीटर के दाम बाजार में अधिक हैं, केन्द्र सरकार का मानना है कि बड़े पैमाने पर स्मार्ट मीटर की खरीदन से यह सस्ता पड़ेगा।