Friday, April 19, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

लोहाघाट के ‘अनिल’ बने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव, जानें कैसे बने नायडू की पसंद

अंग्वाल न्यूज डेस्क
लोहाघाट के ‘अनिल’ बने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव, जानें कैसे बने नायडू की पसंद

देहरादून। उत्तराखंड के ताल्लुक रखने वाले अधिकारियों ने हर मौके पर अपनी काबिलियत और नेतृत्व कौशल का परिचय दिया है। यही वजह है कि आज देश के अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अब इस कड़ी में लोहाघाट के रहने वाले अनिल चंद्र पुनेठा का नाम भी जुड़ गया है। साल 1984 बैच के आईएएस अधिकारी रहे पुनेठा को आंध्र प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया गया है। बता दें कि अपनी कार्यकुशलता और नेतृत्व क्षमता की वजह से ही अनिल चंद्र पुनेठा मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पहली पसंद बने हैं। 

गौरतलब है कि अनिल चंद्र पुनेठा मूल रूप से उत्तराखंड के लोहाघाट के रहने वाले हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा लोहाघाट के प्राइमरी स्कूल और गवर्नमेंट इंटर काॅलेज (जीआईसी) में हुई। दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलएम की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रशासनिक परीक्षा दी और चुने गए। उन्हें आंध्र प्रदेश कैडर मिला है। बता दें कि अनिल चंद्र पुनेठा का सेवाकाल अभी 2 साल और बाकी है। 

ये भी पढ़ें - कोटद्वार से स्योलखांद जा रही बस गिरी खाई में, बस चालक समेत कई यात्री घायल

यहां बता दें कि पुनेठा को करीब से जानने वालों का कहना है कि आज भी वे खास मौकों पर लोहाघाट आते हैं। लोगों का कहना है कि अनिल चंद्र पुनेठा काफी सौम्य और शांत स्वभाव के हैं। अनिल के पिता का करीब 8 माह पूर्व ही निधन हुआ है। अनिल के भाई रमेश चंद्र पुनेठा सिंकदराबाद में रेल विभाग में निदेशक हैं। भुवन चंद्र राय और कृष्णानंद जोशी अपने बचपन के दोस्त की इस कामयाबी से गदगद हैं। कहते हैं कि प्रखर बुद्धि के अनिल का ज्यादातर वक्त किताबों के साथ बीतता था। 


अनिल की जिंदगी के  अहम पड़ाव 

- शुरुआत कड़प्पा जिले के राजामपेट में उप जिला मजिस्ट्रेट। 

- श्रीकाकुलम के जिला मजिस्ट्रेट।  

- स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज के प्रमुख सचिव।  

- मुख्य सचिव बनने से पहले भूमि प्रशासनिक प्रमुख। 

Todays Beets: