रुड़की। उत्तरपूर्वी राज्य से शुरू हुए मूर्ति तोड़ने का सिलसिला अब भी थमा नहीं है। देर रात हरिद्वार के भगवानपुर इलाके में कुछ असामाजिक तत्वों ने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना की जानकारी मिलते ही सुबह दलित समाज के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है।
गौरतलब है कि भगवानपुर इलाके में भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के साथ हुई तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही भीम आर्मी के लोग भी वहां पहुंच गए और पुलिस के सामने घटना को अंजाम देने वालों की फौरन गिरफ्तारी की मांग की है। स्थिति तनावपूर्ण न हो इसके लिए पुलिस ने पहले से ही एहतियात बरतते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया है।
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यहां बता दें कि बड़े नेताओं और विचारकों की मूर्तियों को तोड़ने का सिलसिला त्रिपुरा में हुए चुनाव के बाद से शुरू हुआ था। वहां 25 सालों की वामपंथी सरकार के सत्ता से बाहर आने के बाद लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया गया था। इसके बाद से कई राज्यों में महान लोगों की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने का सिलसिला जारी रहा। इनमें पेरियार से लेकर भीमराव अंबेडकर, जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और यहां तक महात्मा गांधी की मूर्तियां भी शामिल रहीं थीं।