बागेश्वर । पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोपों में मेरठ छावनी से गिरफ्तार किए गए बागेश्वर निवासी सेना के सिग्नल कोर के जवान कंचन के परिजन सदमे में हैं। उनका कहना है कि उनका बेटा देश के खिलाफ कुछ नहीं कर सकता। उन्हें बेटे पर लगाए गए आरोपों की जानकारी अखबारों में प्रकाशित खबरों से मिली है, सेना ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका बेटा गद्दारी का कोई काम नहीं कर सकता है। हो सकता है उसे किसी साजिश के तहत फंसाया गया है। परिजनों ने इस मामले में सैन्य अधिकारियों से निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
10 दिनों से बंद था मोबाइल
परिजनों ने कहा कि कंचन की घर पर हर 2 दिन में एक बार बात हो जाती थी, लेकिन पिछले 10 दिनों से उसका मोबाइल बंद था। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। इसके बाद एकाएक अखबारों में खबर आई कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के लिए काम कर रहा था। पिछले 10 दिनों से उसके मोबाइल बंद होने के घटनाक्रम की जांच होनी चाहिए। कंचन के किसी साजिश के तहत फंसाया गया है।
2011 में हुई ऑपरेटर पद पर तैनाती
बता दें कि सेना की सिग्नल कोर में तैनात 26 वर्षीय कंचन 2011 में बतौर ऑपरेटर भर्ती हुआ था। जबलपुर में उसकी दो साल की ट्रेनिंग हुई थी जिसके बाद अरुणाचल में उसे पहली पोस्टिंग मिली थी।
अगले माह होनी थी जम्मू में पोस्टिंग
कंचन पिछले 3 सालों से मेरठ में तैनात था और अगले महीने उसका तबादला जम्मू में होने वाला था। हालांकि इस सब के बीच पुलिस ने उनके परिजनों के बैंक खाते खंगाले हैं, देखा जा रहा है कि उनके खातों में कोई अप्रत्याक्षित रकम तो जमा नहीं हुई है। इस क्रम में उसके भाइयों , माता-पिता , भाई, बहन जीजा के खातों को भी खंगाला गया है। हालांकि जांच में सामने आया है कि अभी तक किसी भी खाते में कोई बड़ा लेन-देन सामने नहीं आया है।
पिता चलाते हैं आटे की चक्की
26 वर्षीय कंचन के पिता चंदन सिंह बागेश्वर स्थित गांव गढ़िया में आटे की चक्की चलाते हैं। जबकि मां गृहणी हैं। उसके परिवार में एक भाई है जो प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक है, जबकि बहन की शादी हो गई है। कंचन अपने परिवार में सबसे छोटा है।