बागेश्वर । जिले में आदमखोर घोषित हो चुके तेंदुए द्वारा द्यांगण गांव में स्कूली बच्चों पर किए हमले से मची भगदड़ के चलते शुक्रवार को 15 वर्षीय छात्र हेमंत की पहाड़ी से गिरकर मौत हो गई थी। प्रशासन को आदमखोर हो चुके तेंदुए की सूचना देने के बाद इस घटना के होने पर शोकाकुल परिजनों और क्षेत्रवासियों ने शनिवार को सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। इन लोगों का कहना है कि प्रशासन को तेंदुए के आबादी वाले इलाके में आने की सूचना मिलने के बाद उसपर शिकंजा करने में वह नाकाम रहा। इसके चलते एक युवा को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। गुस्साए लोगों ने पहले डीएम को अपनी मांग का ज्ञापन सौंपा और उसके बाद बागेश्वर बैजनाथ हाईवे पर धरने पर बैठ गए। बहराहल , इसके चलते कई घंटों तक मार्ग जाम रहने से हाईवे पर लंबा जाम लग गया।
मांग पूरी होने पर धरने से उठने की चेतावनी
बता दें कि शुक्रवार को द्यांगण गांव में एक तेंदुआ स्कूली बच्चों पर झपट पड़ा। बचने के फेर में मची भगदड़ के दौरान दसवीं के छात्र हेमंत टंगड़िया (15) की 50 मीटर गहरे गधेरे में गिरने से मौत हो गई। इसके विरोध में शनिवार सुबह 10 बजे से चल रहे चक्का जाम में सैकड़ों वाहनों की कतार लग गई। पुलिस प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्रवासियों को समझाने बुझाने की भरसक कोशिश की, लेकिन वे टस से मस नहीं हुए। परिजनों ने आदमखोर को तत्काल मारे जाने के आदेश मिलने और 25 लाख मुआवजा मिलने तक शव उठाने से इंकार कर दिया है।
वनकर्मियों पर अनदेखी का आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक , द्यांगण गांव में शुक्रवार शाम 1 घंटे तक तेंदुआ आबादी वाले इलाके में मंडरा रहा था। कई ग्रामीणों ने तेंदुए को गांव में देखा था। मोबाइल फोन पर इसकी सूचना वन विभाग के कई कर्मियों को दी गई लेकिन किसी ने भी मौके पर पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। अब लोगों का कहना है कि अगर वनकर्मी समय रहते कार्रवाई करते तो आज छात्र की जान नहीं जाती।
आंदोलन की दी चेतावनी
शनिवार सुबह घटना से गुस्साए छात्र के परिजन और क्षेत्र के लोगों ने विरोध स्वरूप हाईवे को जाम कर दिया। इससे पहले उन्होंने डीएम को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने मांग रखी और मांग पूरी होने तक आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी। बागेश्वर बैजनाथ हाईवे पर स्थित गांव में ही मोर्चा संभाल लिया है।
उधर, इस घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के मद्देनजर मौके पर पहुंचे विधायक चंदनराम दास ने ग्रामीणों को बताया कि मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक ने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर दिया है। शनिवार को शिकारी लखपत के गांव पहुंचने की उम्मीद है। डीएफओ आरके सिंह ने भी तेंदुए को आदमखोर घोषित होने की पुष्टि की।