बागेश्वर । देवभूमि के बागेश्वर स्थित राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय के खेल परिसर में उस समय अचानक से हड़कंप मच गया, जब एक चॉपड़ बिना अनुमति -बिना किसी पूर्व सूचना के एकदम से स्टेडियम में उतर गया। इस दौरान मैदान में करीब 300 बच्चे मौजूद थे। इसकी शिकायत किए जाने पर कोतवाल टीआर वर्मा वहां पहुंचे और चॉपड़ के पायलट से बिना अनुमति चॉपड़ स्टेडियम में उतारने के संबंध में सवाल किए। इसपर पायलट ने अपने पद का रौब दिखाते हुए बहस शुरू कर दी। इस सब के दौरान कोतवाल वर्मा ने चॉपड़ को अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने कहा कि चॉपड़ का पायलट कोई अनुमति नहीं दिखा पाया है और इस तरह लापरवाही से चाॉपड़ बिना अनुमति स्टेडियम में उतार देने के दौरान कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। अब इस मामले की जांच करवाई जा रही है।
बता दें कि बागेश्वर के राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय में एक एविएशन कंपनी के चॉपड़ ने बिना किसी अनुमति के लैंडिंग कर दी। जिस समय वह स्टेडियम में लैंडिंग कर रहे थे, उस दौरान वहां करीब 300 बच्चे मौजूद थे। बिना किसी अनुमति के चॉपड़ उतारने पर जब कोतवाल टीआर वर्मा ने सख्ती दिखाई तो चॉपड़ के पायलट ने अपने पद का रौब दिखाना शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों में बहर भी हुई, जिसके बाद कोतवाल ने चॉपड़ को अपने कब्जे में ले लिया।
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मामला जिलाधिकारी रंजना राजगुरू के संज्ञान में आने पर उन्होंने एविएशन कंपनी को गरूड़ तहसील के उपजिलाधिकारी की ओर से उड़ान की सशर्त अनुमति देने की बात कही लेकिन कोई पत्र फिलहाल प्रशासन की ओर से नहीं दिखाया जा सका। जिलाधिकारी ने कहा कि इस कंपनी ने शर्तों का पालन किया है या नहीं इसकी जांच करवाई जाएगी। इसकी रिपोर्ट मांग ली गई है।
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