देहरादून। शिक्षक भर्ती घोटाले में फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) डोईवाला ने एक स्थानीय स्कूल के चार शिक्षकों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। एसआईटी की जांच में इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे। वहीं हरिद्वार जिले में भी शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में 12 ऐसे शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है जिनके प्रमाण पत्र फर्जी माने जा रहे हैं। इन शिक्षकों को कई बार नोटिस दिया गया लेकिन इन 12 शिक्षकों ने अब तक अपने प्रमाण पत्र जांच के लिए विभागीय अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराए हैं।
अधिकारियों की अनदेखी
गौरतलब है कि राज्य में बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर शिक्षकों की भर्ती की गई थी। इन प्रमाण पत्रों की जांच अब एसआईटी कर रही है। एसआईटी की जांच में हर्रावाला के एक स्कूल में चार शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे। एसआईटी ने शिक्षा विभाग को इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा था, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी टाल-मटोल करते रहे। बाद में शिक्षा विभाग ने एसआईटी को पत्र भेजकर पुलिस को तहरीर का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए कह दिया।
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बर्खास्तगी की तलवार
अब एसआईटी ने तहरीर का ड्राफ्ट शिक्षा विभाग को भेज दिया। इसके आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी डोईवाला अनीता चैहान ने डोईवाला कोतवाली में चारों शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। एसआईटी प्रभारी श्वेता चैबे ने बताया कि साजिश की धारा भी आरोपियों पर लगेगी। इससे चयन समिति में शामिल लोग भी आरोपी बनेंगे। वहीं दूसरी तरफ हरिद्वार के उन 12 शिक्षकों पर भी बर्खास्तगी की तलवार लटकी है जो बार-बार नोटिस के बाद भी अपने प्रमाण पत्र विभागीय अधिकारियों को उपलब्ध नहीं कराए हैं। बता दें कि जांच के दायरे में आए 350 शिक्षकों में से 338 के प्रमाण पत्र विभाग में आ चुके हैं। विभाग इनको भी एसआईटी को देने की बात कर रहा है। यहां यह भी जान लें कि जांच में सहयोग न करने के चलते हरिद्वार के शिक्षा अधिकारी को निलंबित भी किया जा चुका है।